मुख्यमंत्री योगी का कड़ा निर्देश: जन शिकायतों के निस्तारण में देरी हुई तो होगी सख्त कार्रवाई

मुख्यमंत्री योगी का कड़ा निर्देश: जन शिकायतों के निस्तारण में देरी हुई तो होगी सख्त कार्रवाई

जनता की समस्याओं को जल्द सुलझाने पर जोर, महिलाओं की सुरक्षा और अवैध गतिविधियों पर विशेष फोकस

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी फील्ड अफसरों को जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों के निपटारे में देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो अधिकारी गलत या मिथ्या रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह स्पष्ट करते हुए उन्होंने सभी अधिकारियों को जनता के प्रति जवाबदेह बनने का आह्वान किया है।

जन शिकायतों के निस्तारण में देरी पड़ेगी भारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिलों और तहसीलों में जन समस्याओं का जल्द समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने खास तौर पर जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निर्देश दिया कि वे नियमित रूप से जिलों और तहसीलों का दौरा करें और जन समस्याओं की समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं को लंबित रखना अधिकारियों की जिम्मेदारी है और वे यह तय करें कि आवेदन लंबित क्यों हैं और इसका निपटारा कब तक किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन स्तर पर हर जिले की प्रतिदिन समीक्षा हो रही है और अधिकारियों की गतिविधियों पर सीधी नजर रखी जा रही है। यदि किसी अधिकारी की तरफ से कार्य में लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार जनता की सरकार है और हमें उनके लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”

महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि

मुख्यमंत्री ने महिलाओं, माताओं और बेटियों की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार का अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खासकर लव जिहाद, ईव टीजिंग, और चेन स्नेचिंग जैसे अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में ऐसा अपराध होता है, तो उस क्षेत्र के बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक सभी जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि वे इन मामलों में तुरंत कार्रवाई करें और अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाएं। उन्होंने कहा, “हम महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे। सभी को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।”

पर्व-त्योहारों पर विशेष सतर्कता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आने वाले पर्व-त्योहारों के मद्देनजर प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता के त्योहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाए जाएं और इसके लिए पुलिस प्रशासन को पहले से ही सभी आवश्यक तैयारियां करनी होंगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और सुविधा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि वे ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटें ताकि प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।

अवैध बस, टैक्सी स्टैंड पर कार्रवाई तेज करने के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध बस, टैक्सी स्टैंड और पार्किंग स्टैंड चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क यातायात के लिए है और इसे अवैध रूप से संचालित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस दिशा में कार्रवाई तेज करें और सुनिश्चित करें कि प्रदेश की सड़कों पर यातायात की व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे।

प्रभारी मंत्रियों के साथ समन्वय बनाये रखने का आदेश

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्रभारी मंत्रियों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें और जिले की प्रगति और समस्याओं की जानकारी मंत्रियों को समय-समय पर देते रहें। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी न हो और इसके लिए मंत्रियों के साथ तालमेल आवश्यक है।

मानव-वन्य जीव संघर्ष पर भी ध्यान

मुख्यमंत्री ने मानव-वन्य जीव संघर्ष से प्रभावित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में प्रशासन त्वरित कार्रवाई करे और प्रभावित परिवारों को राहत दी जाए।

मुख्यमंत्री के इन सख्त निर्देशों से प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने की उम्मीद जताई जा रही है। जनता की समस्याओं का शीघ्र निपटारा और महिलाओं की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर मुख्यमंत्री के फोकस से प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है।