फरेन्दा थाने के विवेचक पर गंभीर आरोप — पीड़ितों ने पारदर्शी जांच व विवेचक परिवर्तन की माँग की

महराजगंज, 14 अक्टूबर 2025।
जनपद महराजगंज के थाना फरेन्दा में दर्ज मुकदमा आपराधिक संख्या 258/2025 अब विवादों में घिर गया है। पीड़ित पक्ष ने वर्तमान विवेचक गंगा राम यादव पर पक्षपात, धन उगाही और आरोपी पक्ष से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं।

प्रार्थी दयाशंकर पुत्र ध्रुवनरायन, शिवरतन पुत्र परशुराम और प्रियंका पुत्री स्व. महेन्द्र ने पुलिस अधीक्षक महराजगंज को प्रेषित एक प्रार्थना पत्र में बताया है कि उन्होंने अमित ऑटोमोबाइल फरेन्दा और राधा ऑटोमोबाइल महदेवा के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि एजेंसी संचालकों ने मोटरसाइकिल की पूरी राशि लेने के बावजूद वाहन उनके नाम पर लोन पर जारी कर दिया, जिससे सैकड़ों उपभोक्ता ठगी का शिकार हुए।
प्रार्थियों के अनुसार, इस मामले में विवेचक गंगा राम यादव न केवल आरोपी पक्ष के संपर्क में हैं, बल्कि उन्होंने पीड़ितों से रिश्वत की मांग भी की है। शिकायत में कहा गया है कि विवेचक प्रत्येक पीड़ित से ₹3000 की मांग कर रहे हैं और रकम न देने पर जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। इतना ही नहीं, आरोप लगाया गया है कि जिन्होंने ₹2500 की राशि दी, उन्हीं का मामला दर्ज कराया गया, जबकि लगभग 200 अन्य पीड़ितों की एफआईआर अब तक दर्ज नहीं की गई।
पीड़ितों ने यह भी कहा कि विवेचक लगातार उन्हें थाने पर बुलाकर अनावश्यक रूप से बैठाए रखते हैं और जांच को प्रभावित कर रहे हैं।
इस पर पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक महराजगंज से निवेदन किया है कि वर्तमान विवेचक गंगा राम यादव को तत्काल बदलकर किसी अन्य अधिकारी से पारदर्शी विवेचना कराई जाए, ताकि ठगी के इस गंभीर प्रकरण में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके।
“हमें न्याय तभी मिलेगा जब जांच किसी ईमानदार अधिकारी के हाथ में सौंपी जाएगी।” — प्रियंका, पीड़िता
फरेन्दा ऑटोमोबाइल घोटाले से जुड़े यह आरोप अब पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।