-400 और हार्पी ड्रोन: भारत की रक्षा ताकत का नया चेहरा

S-400 और हार्पी ड्रोन: भारत की रक्षा ताकत का नया चेहरा

पाकिस्तान के हमले को नाकाम कर भारत ने दिखाई तकनीकी श्रेष्ठता और सैन्य रणनीति की परिपक्वता

भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। 6 मई 2025 को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, पाकिस्तान ने बुधवार-गुरुवार की रात को भारत के 15 से ज्यादा सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की कोशिश की। लेकिन भारत ने इस हमले को न केवल नाकाम किया, बल्कि जवाब में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम ने भारत की सैन्य तैयारी और तकनीकी क्षमता को वैश्विक पटल पर एक बार फिर साबित कर दिया है।

S-400 डिफेंस सिस्टम: दुश्मन के इरादों पर ताला

S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम रूस द्वारा निर्मित एक अत्याधुनिक प्रणाली है, जिसे भारत ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी सुरक्षा नीति का अहम हिस्सा बनाया है। यह सिस्टम 600 किलोमीटर दूर तक किसी भी हवाई खतरे को ट्रैक कर सकता है और 400 किलोमीटर की दूरी तक उसे मार गिरा सकता है। इसमें कई प्रकार की मिसाइलें तैनात होती हैं जो दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल, फाइटर जेट और यहां तक कि स्टील्थ एयरक्राफ्ट को भी नष्ट करने में सक्षम हैं।

जब पाकिस्तान ने एक साथ जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में 15 से ज्यादा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, तब पहले से तैयार S-400 सिस्टम ने न केवल हमले को भांप लिया, बल्कि मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। यह तकनीकी जीत भारत के लिए सिर्फ एक रक्षा उपलब्धि नहीं, बल्कि आत्मविश्वास का प्रतीक बन गई।

हार्पी ड्रोन: जवाब वही, अंदाज नया

हमले के कुछ घंटों बाद भारत ने इजरायल से प्राप्त हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के लाहौर, सियालकोट और कराची में स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया। हार्पी एक ‘लोइटरिंग म्यूनिशन’ है, यानी ये ड्रोन टारगेट एरिया में मंडराता है और जैसे ही दुश्मन का रडार सक्रिय होता है, खुद को उसमें गिराकर उसे नष्ट कर देता है।

इस सटीक और रणनीतिक कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, बल्कि यह भी दर्शाया कि भारत अब केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि पूरी तैयारी के साथ जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है।

 नई नीति, नया भारत

भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि वह शांति का पक्षधर है, लेकिन सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करेगा। S-400 और हार्पी ड्रोन जैसे अत्याधुनिक सिस्टम यह दिखाते हैं कि भारत अब न केवल सीमाओं की रक्षा में आत्मनिर्भर है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर चुका है।

यह सिर्फ एक सैन्य घटना नहीं, बल्कि एक संदेश है—दुश्मन को, दुनिया को और देशवासियों को। अब भारत तैयार है, हर चुनौती का सामना करने को।