पाकिस्तान को भारत का करारा जवाब: LOC पर घुसपैठ नाकाम, करतारपुर कॉरिडोर बंद

पाकिस्तान को भारत का करारा जवाब: LOC पर घुसपैठ नाकाम, करतारपुर कॉरिडोर बंद

पुंछ में धार्मिक स्थलों पर हमले की निंदा, अमेरिका-UK ने दिया भारत को समर्थन, विदेश सचिव विक्रम मिसरी बोले- ‘भारत ने बढ़ाया नहीं, जवाब दिया है’

नई दिल्ली, 09 मई 2025 – पाकिस्तान की ओर से बीते कुछ दिनों में की गई उकसावे की कार्रवाईयों के जवाब में भारत ने संयम और मजबूती दोनों का परिचय दिया है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले का जवाब जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से दिया है और यह कार्रवाई केवल आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाने तक सीमित रही है।

उन्होंने कहा, “भारत का मकसद तनाव बढ़ाना नहीं है। हमारा जवाब आतंकी गतिविधियों को रोकने और सिविलियन को सुरक्षा देने के लिए था।”

धार्मिक स्थलों पर हमले की निंदा
पुंछ में एक क्राइस्ट स्कूल और गुरुद्वारे पर पाकिस्तान की ओर से हमला किए जाने की पुष्टि की गई है, जिसमें मासूम छात्र और कुछ सिख श्रद्धालुओं की जान गई है। भारत सरकार ने इसे घोर निंदनीय बताते हुए कहा कि पाकिस्तान धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर तनाव को सांप्रदायिक रंग देना चाहता है।

करतारपुर कॉरिडोर बंद
सुरक्षा कारणों के चलते करतारपुर साहिब कॉरिडोर की सेवा अगले आदेश तक बंद कर दी गई है। LOC के हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

अंतरराष्ट्रीय समर्थन और कूटनीतिक प्रयास
भारत ने अमेरिका और ब्रिटेन के उच्च अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी है। अमेरिका ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ समर्थन जारी रखने का आश्वासन दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत की नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है।

LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी फायरिंग
विंग कमांडर व्योमिका सिंह के अनुसार, 7 मई की रात पाकिस्तान ने LOC पर भारी फायरिंग और ड्रोन हमले किए, जिसमें कुछ जवान घायल हुए। भारत ने संयम बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की और जवाबी कार्रवाई में नागरिकों को नुकसान नहीं होने दिया।

घुसपैठ की 36 कोशिशें नाकाम
8-9 मई की रात को पाकिस्तान ने 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। कई घुसपैठियों को मार गिराया गया।

संयुक्त राष्ट्र में फिर उठेगा मुद्दा
TRF द्वारा पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने और फिर पीछे हटने की बात सामने आई है। भारत संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को फिर से उठाएगा और दुनिया को पाकिस्तान के आतंक को समर्थन देने वाली भूमिका से अवगत कराएगा।

भारत ने अपनी कार्रवाई से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख अपनाए हुए है, लेकिन युद्ध या तनाव को बढ़ावा नहीं देना चाहता। अंतरराष्ट्रीय सहयोग और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से भारत इस संकट का समाधान खोजने की दिशा में बढ़ रहा है।