गंदगी के अंबार में जीने को मजबूर कटहरी के लोग, सफाई कर्मी की लापरवाही से नाराज ग्रामीण

निचलौल ब्लॉक का कटहरी ग्रामसभा बना स्वच्छता अभियान की नाकामी का उदाहरण
महराजगंज। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में स्वच्छता का संदेश पहुंचाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन निचलौल ब्लॉक के विशोखोर न्याय पंचायत अंतर्गत ग्रामसभा कटहरी की हकीकत कुछ और ही बयां करती है। यहां सफाई व्यवस्था की हालत इतनी बदहाल है कि गलियों और मोहल्लों में गंदगी के अंबार लग चुके हैं, जिससे ग्रामीणों का जीवन नरक समान हो गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में तैनात सफाई कर्मी अपने काम में गंभीरता नहीं दिखाते। हाल ही में जिस सफाई कर्मी को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसका नाम जावेद उर्फ भूत्वा है। ग्रामीणों के अनुसार उसका मानसिक संतुलन भी पूरी तरह ठीक नहीं है, जिसके कारण सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। नालियां जाम हैं, जगह-जगह कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं, और बरसात के मौसम में बदबू व मच्छरों का प्रकोप फैल चुका है।
गांव के लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। बच्चों और बुजुर्गों में बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल प्रभावी कदम उठाने, जिम्मेदार सफाई कर्मी को बदलने और गांव में नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करेंगे। कटहरी की यह स्थिति स्वच्छता अभियान के दावों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।