आई.पी.एल. चीनी मिल का पेराई सत्र 2024-25 संपन्न: किसानों को भुगतान और भविष्य की योजनाएँ

आई.पी.एल. चीनी मिल का पेराई सत्र 2024-25 संपन्न: किसानों को भुगतान और भविष्य की योजनाए

121 दिनों में 24.83 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई

आई.पी.एल. चीनी मिल ने 22 मार्च 2025 को अपने पेराई सत्र 2024-25 का सफल समापन किया। इस सत्र में कुल 121 दिनों में 24.83 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई, जो गत वर्ष के मुकाबले अधिक रही। यूनिट हेड एन. पी. सिंह और केन हेड सुधीर कुमार ने बताया कि इस वर्ष 22 नवंबर 2024 को पेराई कार्य प्रारंभ हुआ था और समय पर इसे पूरा किया गया।

हालांकि, पूर्वांचल की अन्य चीनी मिलों को इस बार कम गन्ना प्राप्त हुआ, क्योंकि अत्यधिक वर्षा के कारण बड़ी मात्रा में गन्ना सूख गया था। फिर भी, आई.पी.एल. चीनी मिल ने पिछले वर्ष की तुलना में 12,000 क्विंटल अधिक गन्ने की पेराई की। यह उपलब्धि चीनी मिल के विस्तार और मिल को समय पर चालू करने की बदौलत संभव हुई।

समय पर गन्ना भुगतान और किसानों का सहयोग

किसानों द्वारा आपूर्ति किए गए 20.93 लाख क्विंटल गन्ने का भुगतान 01 मार्च 2025 तक पूरा कर दिया गया है, जिसकी राशि 7729.18 लाख रुपये रही। साथ ही, गन्ना विकास अंशदान का भी भुगतान किया जा चुका है। यूनिट हेड ने किसानों, सरकारी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और मिल के कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मिल के सफल संचालन में योगदान दिया।

आगामी सत्र के लिए किसानों को सलाह

आई.पी.एल. चीनी मिल ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे अपनी गन्ने की फसल की अच्छी देखभाल करें, ताकि अगले सत्र में मिल की पेराई क्षमता को बढ़ाया जा सके। वर्तमान में मिल की क्रशिंग कैपेसिटी 25,000 क्विंटल प्रति दिन है, और आगामी वर्ष में इसे इसी स्तर पर चलाने की योजना है। इसके लिए किसानों को अपनी उपज बढ़ाने पर ध्यान देना होगा, जिससे अगले सत्र में 40 लाख क्विंटल गन्ना मिल को प्राप्त हो सके।

समापन समारोह और भविष्य की योजनाएँ

चीनी मिल के समापन के अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इस दौरान विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। मिल प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि आने वाले वर्षों में भी किसानों और कर्मचारियों के सहयोग से मिल का संचालन सुचारु रूप से जारी रहेगा।

आई.पी.एल. चीनी मिल भविष्य में भी गन्ना किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगी और पेराई क्षमता को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।