विगत वर्षों से नाली के प्रदूषित जल से मुख्य चौराहे पर जलजमाव, राहगीरों व ग्रामीणों को बीमारियों का खतरा

विगत वर्षों से नाली के प्रदूषित जल से मुख्य चौराहे पर जलजमाव, राहगीरों व ग्रामीणों को बीमारियों का खतरा

ग्राम पंचायत चैनपुर में वर्षों से बनी जलनिकासी की समस्या, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश

महराजगंज जनपद के मिठौरा विकास खंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत चैनपुर में नाली के प्रदूषित जल का मुख्य चौराहे पर वर्षों से जमाव हो रहा है। इस जलभराव के कारण स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और आम नागरिकों को दुर्घटनाओं और बीमारियों का खतरा बना रहता है।

ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर वे कई बार खंड विकास अधिकारी मिठौरा और ग्राम पंचायत अधिकारी से शिकायत कर चुके हैं। ग्राम चौपाल कार्यक्रमों में भी यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया।

नाली का निर्माण वर्ष 2015 में सर्वजीत वर्मा के घर से लेकर रामविलास वर्मा के घर होते हुए मुख्य चौराहे तक किया गया था। लेकिन तब से लेकर अब तक इस नाली की मरम्मत या जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। उत्तर प्रदेश सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों की धनराशि विकास कार्यों पर खर्च कर रही है, वहीं चैनपुर में विकास के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई ही होती दिख रही है।

स्थानीय नागरिकों ने ग्राम प्रधान, पंचायत अधिकारी और खंड विकास अधिकारी पर उदासीनता का आरोप लगाया है। ग्रामीणों में चंद्रभान विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा, अमरजीत वर्मा, रामविलास वर्मा, वशिष्ठ मुनि वर्मा, साधु शरण वर्मा सहित कई लोगों ने इस समस्या पर तीव्र नाराज़गी जताई है।

अब ग्रामीणों की मांग है कि शीघ्र ही इस समस्या का समाधान किया जाए, अन्यथा वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को विवश होंगे।