पिछले वर्ष भी जनपद का दौरा किये थे मंत्री जी और लगाई थी फटकार लेकिन विभाग अपने हिसाब से अभी भी कर रहा कार्य भ्रष्टाचार नहीं हुआ खत्म ।

पिछले वर्ष भी जनपद का दौरा किये थे मंत्री जी और लगाई थी फटकार लेकिन विभाग अपने हिसाब से अभी भी कर रहा कार्य भ्रष्टाचार नहीं हुआ खत्म ।

राप्ती नदी निरीक्षण पर भड़के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, लापरवाही पर अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार बाढ़ सुरक्षा कार्यों की धीमी प्रगति और तकनीकी खामियों को लेकर जताई नाराजगी, मंत्री ने दी समयबद्ध कार्य पूर्ण करने की चेतावनी ।

 

महराजगंज। उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को जनपद के राप्ती नदी तटवर्ती क्षेत्रों का दौरा कर बाढ़ नियंत्रण से जुड़े कार्यों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने सुरक्षात्मक निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता को लेकर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने कहा कि राप्ती नदी पर हो रहे कार्यों में गंभीर तकनीकी खामियां सामने आई हैं, जिन्हें किसी भी स्थिति में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने धानी क्षेत्र में नदी किनारे चल रहे सुरक्षात्मक कार्यों की धीमी रफ्तार और पत्थरों के बीच गैप जैसी लापरवाहियों को भविष्य में जनहानि का खतरा बताते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई।

मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह केवल निर्माण कार्य नहीं, बल्कि जनसुरक्षा से जुड़ा मामला है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही गुणवत्ता और गति में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बारिश से पहले सभी बाढ़ सुरक्षा ढांचों का तैयार रहना आवश्यक है ताकि संभावित आपदा की स्थिति में लोगों को पलायन या अन्य कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।

निरीक्षण के दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ कैंपियरगंज विधायक एवं पूर्व मंत्री फतेहबहादुर सिंह भी मौजूद रहे। मंत्री ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाएं तकनीकी गुणवत्ता, सामुदायिक प्रभाव और स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर पूरी की जाएं।

उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की जनहानि न हो। इसके लिए प्रत्येक स्तर पर व्यापक तैयारी की जा रही है। मंत्री ने कहा कि वह स्वयं कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करते रहेंगे और किसी भी प्रकार की कोताही पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

ज्ञात हो कि हर वर्ष मानसून के दौरान नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद राप्ती नदी विकराल रूप धारण कर लेती है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन जाती है। इस दौरान गांवों के डूबने और लोगों के पलायन की नौबत तक आ जाती है। ऐसे में मंत्री का यह दौरा कितना कारगर साबित होगा, यह आने वाला समय बताएगा।

मंत्री के निरीक्षण और सख्त तेवरों से अब उम्मीद जताई जा रही है कि बाढ़ नियंत्रण कार्यों में तेजी आएगी और जनता को राहत मिल सकेगी।