भूमि विवाद में लेखपाल को दी गई गालियां, आदेश के बावजूद नहीं मिला हक का आधा हिस्सा

भूमि विवाद में लेखपाल को दी गई गालियां, आदेश के बावजूद नहीं मिला हक का आधा हिस्सा

महराजगंज के भुवनी गांव में बंटवारे के बाद भी नन्दलाल द्वारा अवरोध, पीड़ित राममुरत ने प्रशासन से की न्याय की गुहार

 


महराजगंज, 22 जून।
जनपद महराजगंज के तहसील सदर क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा भुवनी में एक जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रकरण में पीड़ित राम मुरत शर्मा उर्फ मूरत ने आरोप लगाया है कि राजस्व न्यायालय द्वारा पारित आदेश के बावजूद उनका 1/2 हिस्सा उन्हें मौके पर नहीं मिल रहा है। पीड़ित का कहना है कि जब लेखपाल ने मौके पर जाकर बंटवारा करने की कोशिश की तो विपक्षी नन्दलाल ने न केवल बंटवारे का विरोध किया बल्कि सरकारी कर्मचारी को अपशब्द भी कहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वाद संख्या 202305470109749 मूरत बनाम नन्दलाल व अन्य के रूप में उप जिलाधिकारी न्यायालय में विचाराधीन था। मामले में सुनवाई के बाद दिनांक 20 जुलाई 2024 को लेखपाल द्वारा नापजोख कर फांट तैयार किया गया। इसके आधार पर अदालत ने राम मुरत का 1/2 हिस्सा स्वीकृत किया। लेकिन जब लेखपाल मौके पर गया और तय हिस्से का बंटवारा शुरू किया गया, तब नन्दलाल ने आपत्ति जताई और बंटवारे को जबरन रोक दिया।

राम मुरत का कहना है कि उनके वैध हिस्से को दिलाने में प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए, ताकि उन्हें उनका हक मिल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि नन्दलाल की उद्दंडता के चलते न केवल सरकारी आदेश की अवहेलना हो रही है, बल्कि कानून व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने स्थानीय पुलिस और राजस्व प्रशासन से मांग की है कि नन्दलाल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर उन्हें उनका हिस्सा दिलाया जाए।

ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के मामलों में प्रशासन की निष्क्रियता से विवाद और गहराते हैं। यदि समय रहते कार्रवाई न हुई, तो यह मामला कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या बन सकता है।

अब देखना यह है कि प्रशासन इस विवादित प्रकरण में कितनी गंभीरता दिखाता है और पीड़ित को उसका वैधानिक अधिकार दिलाने में कितनी तत्परता बरतता है।