महराजगंज में महिला ऑडिटर पर भ्रष्टाचार और धमकी के गंभीर आरोप
पत्रकार ने ऑडियो-वीडियो क्लिप किए सार्वजनिक, समाजसेवियों ने की निष्पक्ष जांच की मांग


महराजगंज। जिले के नौतनवां ब्लॉक की सोशल ऑडिट कोऑर्डिनेटर रेनू सिंह गंभीर आरोपों के घेरे में आ गई हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ चुका है। वायरल ऑडियो/ विडियो में कथित रूप से रेनू सिंह कमीशन की मांग करती हुई सुनी जा रही हैं। आरोप है कि वह योजनाओं के लाभार्थियों और कार्यों से एक प्रतिशत कमीशन लेती हैं और उसका आधा हिस्सा ऊपर अधिकारियों तक पहुंचता है।

पत्रकार मनोज तिवारी ने यह वीडियो और ऑडियो क्लिप सार्वजनिक कर प्रशासन को कार्रवाई की चुनौती दी है। उनका कहना है कि ऑडिटर द्वारा खुलेआम स्वीकार किया जा रहा है कि “कमीशन का पैसा नीचे से ऊपर तक जाता है।” पत्रकार ने आरोप लगाया है कि इस खुलासे के बाद रेनू सिंह का पुत्र उन्हें लगातार धमका रहा है। इसके सबूत के तौर पर उन्होंने धमकी भरे एक अन्य ऑडियो क्लिप भी वायरल किए हैं।
पत्रकार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर सभी साक्ष्य सौंपे हैं और निष्पक्ष जांच व कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने समाजसेवियों और स्थानीय संगठनों को भी आंदोलित कर दिया है। समाजसेवी विनोद तिवारी ने जिलाधिकारी को संबोधित पत्र भेजते हुए कहा कि यदि वायरल ऑडियो-वीडियो सही पाए जाते हैं तो यह प्रशासनिक निष्पक्षता पर गहरा सवाल खड़ा करेगा। उन्होंने कहा कि “जब सरकार और प्रशासन खुद को ईमानदार बताते हैं, तब इस तरह के मामले का सामने आना आमजन के भरोसे को तोड़ने वाला है।”
इधर, विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी पारदर्शी जांच की मांग करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन तभी दिखेगा जब ठोस सबूतों पर कार्रवाई होगी। वहीं, आमजन में भी यह चर्चा जोरों पर है कि जिला प्रशासन इस प्रकरण में रेनू सिंह का बचाव करेगा या फिर सबूतों के आधार पर कड़ा कदम उठाएगा।
फिलहाल, महराजगंज जिले में यह प्रकरण प्रशासनिक ईमानदारी और जिम्मेदारी की कसौटी बन गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और ऑडियो क्लिप लगातार लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं, जिससे जिला प्रशासन पर दबाव और बढ़ता जा रहा है।