महराजगंज में कबाड़ की दुकानों पर अवैध वाहन कटिंग का खेल, चोरी की गाड़ियों की खपत का संदेह
महराजगंज फरेंदा रोड पर स्थित मोटरपार्ट्स दुकानों पर खुलेआम कट रहीं गाड़ियां, एआरटीओ विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल
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महराजगंज। जिले में अवैध गतिविधियों का खेल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ताज़ा मामला महराजगंज में फरेंदा रोड स्थित एक कबाड़ की दुकान है, जहां मोटरपार्ट्स के नाम पर चल रही कबाड़ की दुकानों पर खुलेआम गाड़ियों की कटिंग की जा रही है। सूत्रों का दावा है कि इन दुकानों पर चोरी की गाड़ियां भी काटकर उनके पार्ट्स बाहर भेजे जाते हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे जिले में किसी भी कबाड़ व्यापारी को वाहन कटिंग का लाइसेंस एआरटीओ विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। न ही गाड़ियों की कटिंग के लिए शासन की ओर से किसी तरह की अनुमति उपलब्ध है। इसके बावजूद खुलेआम गाड़ियां काटकर कबाड़ का धंधा संचालित किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन दुकानों पर छोटे-बड़े वाहन, लग्जरी कारें और यहां तक कि ट्रक भी काटे जाते हैं। वाहन कटिंग के बाद स्पेयर पार्ट्स की अवैध सप्लाई बाहर के जिलों और राज्यों तक की जाती है। इस खेल में चोरी की गाड़ियों की खपत होने की भी च7र्चा ज़ोरों पर है।
लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर बिना अनुमति और लाइसेंस के कबाड़ की दुकानों पर गाड़ियों की कटिंग किसके संरक्षण में चल रही है? एआरटीओ विभाग और जिला प्रशासन की चुप्पी संदेह को और गहरा कर रही है।
कानूनन, किसी भी वाहन की कटिंग केवल अधिकृत संस्थानों और मान्यता प्राप्त रीसाइक्लिंग यूनिट में ही की जा सकती है। मगर महराजगंज में यह खेल खुलेआम चल रहा है। फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होना भ्रष्टाचार और मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन और पुलिस कप्तान से मांग की है कि अविलंब इस अवैध कारोबार की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि चोरी की गाड़ियों की खपत और अपराध का यह सिलसिला बंद हो सके।