पट्टीदारों ने महिला के घर में घुसकर किया हमला, पुलिस पर लापरवाही का आरोप

पट्टीदारों ने महिला के घर में घुसकर किया हमला, पुलिस पर लापरवाही का आरोप

Oplus_131072

 

पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

 

महराजगंज। जिले के कोठीभार थाना क्षेत्र के असमन छपरा वार्ड नंबर 17 में एक महिला ने अपने पट्टीदारों पर घर में घुसकर हमला करने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता आशा देवी पत्नी सीताराम ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

पहली बार 23 फरवरी को हुआ था हमला

पीड़िता के अनुसार, 23 फरवरी 2025 को उनके पट्टीदारों ने उनके घर पर हमला किया। आरोपियों में रामवृक्ष पुत्र ठगई, गब्बर पुत्र रामवृक्ष, बिरजू पुत्र रामवृक्ष, मोतीरानी पत्नी गब्बर और टिन्नु सिंह पुत्र छोटे सिंह शामिल थे।

इन लोगों ने घर में लगे हैंडपंप और मोटर को तोड़ दिया, झोपड़ी को उजाड़ दिया और विरोध करने पर लाठी-डंडों और फरसे से हमला कर दिया। किसी तरह आशा देवी और उनके परिवार ने जान बचाकर भागकर अपनी सुरक्षा की

घटना की सूचना स्थानीय चौकी इंचार्ज और कोठीभार थानाध्यक्ष को दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे आरोपियों का मनोबल और बढ़ गया

14 मार्च को फिर हुआ हमला, जान से मारने की धमकी

पीड़िता ने बताया कि पुलिस की निष्क्रियता के चलते आरोपियों ने 14 मार्च 2025 को दोबारा हमला कर दिया। इस बार भी परिवार के सदस्यों को गंभीर चोटें आईं और जान से मारने की धमकी दी गई

आशा देवी का कहना है कि जब उन्होंने फिर से पुलिस से मदद मांगी, तो पुलिस आरोपियों के प्रभाव में आ गई। न सिर्फ दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि पुलिस ने उल्टा पीड़िता के साथ ही दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया

पुलिस पर भी मारपीट का आरोप

पीड़िता ने आरोप लगाया कि सिसवा चौकी इंचार्ज और कोठीभार थानाध्यक्ष ने उनके साथ गाली-गलौज की और मारपीट भी की। लाठी-डंडों से पिंडलियों पर हमला किया, जिससे उनके पैर में गंभीर चोटें आईं और भारी सूजन हो गई

पीड़िता का कहना है कि एक्स-रे रिपोर्ट में पैर की चोट की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की है

न्याय की गुहार, पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग

अब आशा देवी ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी विभागीय जांच हो

पुलिस अधीक्षक का रुख क्या होगा?

इस मामले में पुलिस अधीक्षक का क्या रुख रहेगा और क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा, यह देखने वाली बात होगी। अगर पुलिस प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो मामला बड़ा रूप ले सकता है और पीड़िता को न्याय के लिए उच्च अधिकारियों के पास जाना पड़ सकता है