प्रदक्षिणा में उमड़ी आस्था: पुण्य लाभ और पापों के शमन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब

प्रदक्षिणा में उमड़ी आस्था: पुण्य लाभ और पापों के शमन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब

भिसवा गांव के महायज्ञ में धर्म और भक्ति का महासंगम, रामलीला-रासलीला का भी भव्य आयोजन

 

महराजगंज (शिकारपुर) (संवाददाता सुर्य प्रकाश तिवारी)

भिसवा गांव स्थित श्रीराम, जानकी, हनुमान एवं शिव मंदिर के संयुक्त प्रांगण में चल रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पुण्य की प्राप्ति और पापों के शमन के लिए यज्ञमंडप की 1, 3, 5, 7 या 9 बार प्रदक्षिणा करने वालों की लंबी कतारें लग रही हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, “कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च। तानि सावर्णि नश्यन्तु प्रदक्षिणे पदे-पदे।।” इस महामंत्र के साथ श्रद्धालु श्रद्धाभाव से भगवान का ध्यान कर दक्षिणावर्त परिक्रमा कर रहे हैं।

प्रदक्षिणा का महत्व और श्रद्धालुओं की आस्था

यह माना जाता है कि विधिपूर्वक परिक्रमा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और पूर्व जन्मों के पापों का नाश होता है। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस आस्था के चलते हजारों श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ परिक्रमा कर रहे हैं।

वैदिक मंत्रों से गूंज रहा है यज्ञमंडप

प्रधान यज्ञाचार्य अवधेश पांडेय के नेतृत्व में सहायक आचार्यों की टोली प्रतिदिन वैदिक मंत्रों का जाप कर लक्ष्मी नारायण के महामंत्रों का उच्चारण कर रही है। इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। श्रद्धालु मंत्रों की ध्वनि में डूबकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर रहे हैं।

रामलीला और रासलीला का भव्य मंचन

धार्मिक आयोजन को भव्यता प्रदान करने के लिए वृंदावन से पधारी लीला मंडली द्वारा दिन में रामलीला और रात में रासलीला का मनोहारी मंचन किया जा रहा है। भक्तजनों को भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की लीलाओं का सजीव दर्शन मिल रहा है, जिससे उनकी भक्ति भावना और गहरी हो रही है।

धार्मिक कथाओं का रसपान

प्रतिदिन मानस और गीता मर्मज्ञ प्रेमभूषण जी महाराज द्वारा भक्तों को कथा का रसपान कराया जा रहा है। उनकी प्रेरणादायक वाणी से श्रद्धालु आध्यात्मिक शांति और जीवन को सही दिशा देने की प्रेरणा प्राप्त कर रहे हैं।

समर्पित भक्तों का योगदान

महायज्ञ को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधान जयगोविंद गुप्ता एवं महंत रामकेवल दास के साथ रामनिवास गुप्ता, वैद्य अनिरुद्ध दास, बाबूराम यादव, रामराज, हरिचरन, अखिलेश गुप्ता, संजय गुप्ता, रामदवन चौधरी, तीरथ साहनी, ठाकुर गुप्ता, विनोद गुप्ता, बिरजू गुप्ता, यशपाल विश्वकर्मा, विनोद प्रजापति, शेषनाथ मोदनवाल, महेंद्र मद्धेशिया, अंबिका गुप्ता, दुर्गेश गुप्ता व परसोत्तिम विश्वकर्मा समेत सैकड़ों श्रद्धालु तन-मन से सेवा में जुटे हुए हैं।

आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर वातावरण

यज्ञमंडप में हवन की सुगंध, वेदों के मंत्रों की गूंज और भक्ति संगीत के सुरों ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया है। श्रद्धालु इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।

संतों की अपील

संतों और विद्वानों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धर्म, आस्था और सद्भावना के इस महायज्ञ में शामिल होकर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करें। प्रदक्षिणा के माध्यम से अपने जीवन को पवित्र करें और अपने परिवार में सुख-शांति एवं समृद्धि लाएं।

इस महायज्ञ के माध्यम से पूरे क्षेत्र में धार्मिक चेतना जागृत हो रही है और भक्ति का माहौल बना हुआ है। श्रद्धालुओं का यह उत्साह और समर्पण बताता है कि धर्म और आस्था की जड़ें आज भी समाज में गहरी हैं।