समीक्षा बैठक से गायब रहे अधिशासी अभियंता, जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी, दिए कड़े निर्देश
विकास कार्यों में लापरवाही पर डीएम सख्त, निर्माण परियोजनाओं में तेजी लाने के आदेश
महराजगंज। जिले में विकास और निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिशासी अभियंता की गैरहाजिरी प्रशासन पर भारी पड़ी। जिलाधिकारी अनुनय झा ने इस लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि जिन परियोजनाओं में 75% से अधिक धनराशि खर्च हो चुकी है, उनकी उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) तत्काल शासन को भेजी जाए।
अधूरी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने का निर्देश
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अधूरी पड़ी परियोजनाओं को शीघ्र शुरू किया जाए और जो योजनाएं 90% तक पूर्ण हो चुकी हैं, उन्हें एक माह के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने वनटांगिया ग्रामों में चल रही सड़क निर्माण परियोजनाओं की धीमी प्रगति पर असंतोष जाहिर किया और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
हरैया मौलाही मार्ग और इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क पर नाराजगी
डीएम अनुनय झा ने हरैया मौलाही मार्ग और इंडो-नेपाल बॉर्डर मार्ग के निर्माण कार्यों की धीमी गति को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विगत माह की तुलना में कोई विशेष प्रगति नहीं हुई है, जो गंभीर लापरवाही दर्शाता है। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को इन परियोजनाओं को प्राथमिकता देने और जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
कस्तूरबा विद्यालयों के निर्माण कार्यों की जांच के आदेश
बैठक में जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को निर्देशित किया कि जिले में जिन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनका स्थलीय निरीक्षण करें और प्रगति रिपोर्ट सौंपें। डीएम ने स्पष्ट कहा कि शिक्षा से जुड़े निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिशासी अभियंता की गैरहाजिरी पर सख्त एक्शन
बैठक के दौरान जब अधिशासी अभियंता यूपीसिडको मनोज कुमार गैरहाजिर मिले, तो जिलाधिकारी का गुस्सा भड़क उठा। बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित रहने और यूपीसिडको की परियोजनाओं में देरी को लेकर डीएम ने नाराजगी जताई और अभियंता को स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में शामिल अधिकारी
समीक्षा बैठक में सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी शीश कुमार, एसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन डी.पी. सिंह, डीआईओएस प्रदीप कुमार शर्मा, सीवीओ डॉ. हौसला प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
डीएम ने दिए स्पष्ट निर्देश
जिलाधिकारी अनुनय झा ने बैठक के अंत में सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में विकास कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए और समय सीमा के भीतर कार्य पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं में देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस सख्ती के बाद जिले में धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।