बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर बजरंग दल का प्रदर्शन, राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा
मुर्शिदाबाद की घटनाओं को बताया ‘जिहादी मानसिकता’ का परिणाम, राष्ट्रपति शासन की मांग
शुक्रवार को दोपहर 3:00 बजे कलेक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय बजरंग दल, अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय महिला परिषद के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में बंगाल, विशेष रूप से मुर्शिदाबाद में हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गई।
संगठनों ने दावा किया कि बंगाल में ‘जिहादी मानसिकता’ के तत्वों द्वारा हिंदुओं के घरों को आग के हवाले किया जा रहा है, संपत्तियाँ लूटी जा रही हैं और निर्दोष लोगों पर हमले किए जा रहे हैं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि हिंदू समुदाय को जान बचाने के लिए अपने घरों से पलायन करना पड़ रहा है और कई लोग शरणार्थी शिविरों में रहने को मजबूर हैं। साथ ही सुरक्षा बलों पर भी पथराव जैसी घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं।
बजरंग दल ने आरोप लगाया कि ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’, गोकशी, मंदिरों पर हमले और धार्मिक यात्राओं पर पत्थरबाजी जैसी घटनाएँ देश में शांति भंग करने का प्रयास हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि ये घटनाएँ केवल बंगाल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश में हिंदू समुदाय को डर और असुरक्षा के माहौल में जीने पर मजबूर कर रही हैं।
तीनों संगठनों ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, हिंदू परिवारों को सुरक्षा प्रदान की जाए और उन्हें हुए नुकसान की उचित भरपाई की जाए। साथ ही ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि देश में रह रहे गैरकानूनी घुसपैठियों को पहचान कर तत्काल निष्कासित किया जाए।
इस मौके पर सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे और उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें प्रशासन के समक्ष रखीं।