बुजुर्ग रामआधार को विद्युत कनेक्शन से किया वंचित: बलुयही धुस फीडर के जेई पर उत्पीड़न का आरोप
समाजसेवी श्री विनोद तिवारी
परिवार से अलग रहने के बावजूद भाई के बकाया बिल का हवाला देकर जेई ने बुजुर्ग को कनेक्शन देने से किया इनकार, जनप्रतिनिधि ने उठाई कार्यवाही की मांग
महराजगंज, सिसवा।
जनपद महराजगंज के बलुयही विद्युत फीडर के जेई पर ग्राम पंचायत गोपाला के एक बुजुर्ग रामआधार उपाध्याय के साथ दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया गया है। इस मामले में समाजसेवी विनोद तिवारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर संबंधित जेई के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।
80 वर्षीय रामआधार उपाध्याय, जिनकी पत्नी गंभीर रूप से बीमार रहती हैं और घर में मात्र वही दोनों बुजुर्ग रहते हैं, नए विद्युत कनेक्शन के लिए बलुयही विद्युत फीडर पहुंचे थे। उन्होंने आवेदन किया, लेकिन जेई ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि उनके छोटे भाई रामउतरी उर्फ उतरी उर्फ रामानंद के नाम से विद्युत बिल बकाया है, इसलिए उन्हें नया कनेक्शन नहीं दिया जाएगा।
रामआधार ने स्पष्ट किया कि वह और उनके भाई पिछले पचास वर्षों से अलग-अलग रह रहे हैं, और उनकी कोई साझा संपत्ति या उपयोगिता नहीं है। इसके बावजूद जब जेई ने उनकी बात नहीं मानी, तो रामआधार अपने भाई से एक लिखित शपथ पत्र लेकर आए, जिसमें स्पष्ट कहा गया था कि बकाया बिल का उनसे कोई संबंध नहीं है और भाई स्वयं उसका भुगतान करेंगे।
लेकिन इसके बाद भी जेई ने नया विद्युत कनेक्शन देने से इनकार कर दिया और रामआधार को अपमानित कर वहां से भगा दिया। यह पूरी घटना समाजसेवी विनोद तिवारी और उनके एक सहयोगी की उपस्थिति में हुई, जो स्वयं इसके गवाह हैं।
विनोद तिवारी ने इस मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि बुजुर्गों के साथ इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार न केवल विद्युत विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, बल्कि जनसेवा की मूल भावना के भी विरुद्ध है। उन्होंने जिलाधिकारी महोदय से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर संबंधित जेई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीणों का भी कहना है कि बलुयही फीडर के जेई का व्यवहार अक्सर तानाशाहीपूर्ण रहता है और कई बार आम जन को इसी तरह उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस शिकायत को कितनी गंभीरता से लेता है।