चक मार्ग संख्या 124 पर वर्षों से चल रहा अतिक्रमण नहीं हट सका, प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल

चक मार्ग संख्या 124 पर वर्षों से चल रहा अतिक्रमण नहीं हट सका, प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल


IGRS पोर्टल पर दर्ज शिकायत और लेखपाल की जांच के बाद भी खाली नहीं कराया गया चक मार्ग, बरसात का बहाना बनाकर टालमटोल में जुटा प्रशासन

महराजगंज।
विकासखंड निचलौल क्षेत्र के ग्राम सिरौली में चक मार्ग संख्या 124 पर लंबे समय से हो रहे अतिक्रमण को लेकर स्थानीय ग्रामीण दुर्गेश जायसवाल ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रेषित शिकायती पत्र में कहा है कि IGRS पोर्टल पर 23 दिसंबर 2024 को दर्ज शिकायत (संख्या 40018724021109) के बाद भी अब तक प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

दुर्गेश जायसवाल के अनुसार, हल्का लेखपाल अवधेश सिंह द्वारा मौके पर जांच की गई और दो माह के भीतर अतिक्रमण हटवाने का आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति करते हुए जिस स्थान पर अतिक्रमण नहीं था, वहीं की तस्वीरें लेकर फर्जी रिपोर्ट लगा दी गई।

17 जून 2025 को क्षेत्र में पुनः सीमांकन कर पत्थर गाड़े गए और चकमार्ग की स्थिति स्पष्ट कर दी गई, लेकिन इसके बाद भी प्रशासनिक चुप्पी नहीं टूटी। दुर्गेश का कहना है कि अब बरसात का हवाला देकर अधिकारियों द्वारा मामले को फिर से ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब खेत खाली था, तब टालमटोल किया गया और अब बारिश का सहारा लेकर मामले को रफा-दफा किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए शीघ्र अतिक्रमण हटवाया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

गांव के अन्य ग्रामीणों ने भी प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते चक मार्ग खाली नहीं कराया गया तो यह सार्वजनिक रास्ता हमेशा के लिए अतिक्रमण की भेंट चढ़ जाएगा, जिससे भविष्य में और भी विवाद उत्पन्न होंगे।

अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय इस शिकायत पर कितना गंभीर रुख अपनाता है और क्या वास्तव में चक मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराया जा सकेगा या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में ही दफन होकर रह जाएगा।

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