उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने घोषित किए 75 जिलाध्यक्ष, 2027 चुनाव की तैयारी शुरू
लखनऊ में रुद्र दमन सिंह को कमान, प्रयागराज में तीन अध्यक्ष बनाए गए
उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी संगठनात्मक तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने प्रदेश के 75 जिलों में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। पार्टी ने न केवल जिला अध्यक्षों की घोषणा की है, बल्कि कई स्थानों पर महानगर अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। कांग्रेस की इस नई टीम से पार्टी को आगामी चुनाव में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
लखनऊ में रुद्र दमन सिंह को मिली जिम्मेदारी
राजधानी लखनऊ में कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी रुद्र दमन सिंह को सौंपी है। लखनऊ राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण जिला है, जहां कांग्रेस की सक्रियता को बढ़ाने के लिए संगठन को मजबूत किया जा रहा है।
बुंदेलखंड में भी नए चेहरे, झांसी में देशराज रिछारिया बने जिलाध्यक्ष
बुंदेलखंड क्षेत्र में कांग्रेस ने कई बदलाव किए हैं। झांसी में देशराज रिछारिया को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। ललितपुर में दया राम रजक को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि जालौन में अरविंद सेंगर और महोबा में संतोष धुरिया को कांग्रेस की कमान सौंपी गई है। यह सभी नेता क्षेत्र में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने का काम करेंगे।
बस्ती और महराजगंज में भी नए नेतृत्व की नियुक्ति
बस्ती जिले में कांग्रेस ने विश्वनाथ चौधरी को जिला अध्यक्ष बनाया है। वहीं, महराजगंज जिले में विजय सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई है।
प्रयागराज में तीन जिला अध्यक्षों की नियुक्ति
प्रयागराज में कांग्रेस ने तीन अलग-अलग जिला अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। यहां महानगर के अलावा गंगा पार और यमुना पार के लिए अलग-अलग अध्यक्ष बनाए गए हैं।
- महानगर कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी पुराने नेता फुजैल हाशमी को दी गई है।
- गंगा पार क्षेत्र में पार्टी ने एक नया जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है।
- यमुना पार क्षेत्र के लिए भी एक अलग अध्यक्ष बनाया गया है।
2027 चुनाव की रणनीति के तहत बड़ा बदलाव
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस लंबे समय से सत्ता से बाहर रही है, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी अब मजबूती के साथ वापसी की तैयारी कर रही है। नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति से कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर है।
कांग्रेस की चुनावी रणनीति
- संगठन का विस्तार – पार्टी जिला स्तर पर मजबूत टीम बनाकर जमीनी स्तर पर कार्य करेगी।
- युवा और अनुभवी नेताओं का संतुलन – कांग्रेस ने नए चेहरों को मौका दिया है, साथ ही अनुभवी नेताओं को भी अहम जिम्मेदारी सौंपी है।
- समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व – पार्टी ने दलित, पिछड़ा, ब्राह्मण, मुस्लिम और अन्य वर्गों को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया है।
- स्थानीय मुद्दों पर फोकस – कांग्रेस जमीनी मुद्दों को उठाकर जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेगी।
निष्कर्ष
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 75 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। अब देखना यह होगा कि यह नए जिलाध्यक्ष कांग्रेस के संगठन को कितना मजबूत कर पाते हैं और आगामी चुनावों में पार्टी को कितना फायदा मिलता है।