ग्राम सभा गेरमा में ब्राह्मण समाज की एकता पर केंद्रित परशुराम सेना की बैठक संपन्न

जिलाध्यक्ष पंडित अश्वनी तिवारी ने कहा – “संगठन की शक्ति से ही सुरक्षित है ब्राह्मण समाज”
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गेरमा (उत्तर प्रदेश), 29 जून 2025, रविवार
आज दिनांक 29 जून 2025 को ग्राम सभा गेरमा में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा परशुराम सेना के सौजन्य से एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक समाज में एकता, संगठनात्मक मजबूती और भविष्य की रणनीति पर केंद्रित रही। बैठक में ब्राह्मण समाज के दर्जनों प्रतिष्ठित एवं सम्मानित जनों की उपस्थिति रही, जिन्होंने समाज के हित में अपने विचार साझा किए।
बैठक की अध्यक्षता और उद्देश्य
कार्यक्रम की अध्यक्षता परशुराम सेना के जिलाध्यक्ष पंडित अश्वनी तिवारी ने की। उन्होंने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज को अपनी संस्कृति, सम्मान और अस्तित्व की रक्षा के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “संघ में ही शक्ति है, और जब तक हम संगठित हैं, तब तक ही हम सुरक्षित हैं।”
पंडित अश्वनी तिवारी ने उपस्थित विप्रजनों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में परशुराम सेना से जुड़ें और समाज की भलाई के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि आज का समय सजग और संगठित रहने का है, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए हम एक मजबूत सामाजिक आधार तैयार कर सकें।
गणमान्यजनों की गरिमामयी उपस्थिति
बैठक में बड़ी संख्या में समाज के प्रमुख लोग उपस्थित रहे, जिनमें पंडित अखिलेश पांडे, पंडित अमित पांडे, पृथ्वीनाथ पांडे, गजानन पांडे, भागवत पांडे, परमानंद पांडे, शैलेंद्र पांडे, सुनील पांडे, लहरी पांडे, विक्की पांडे, पंकज पांडे, राजू पांडे, हैप्पी पांडे, किशोर पांडे, हरिनारायण पांडे, सरवन पांडे, जितेंद्र पांडे तथा पंडित संतोष तिवारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ब्राह्मण संस्कृति और उत्तरदायित्व पर संवाद
बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने ब्राह्मण समाज की ऐतिहासिक भूमिका, उसकी सांस्कृतिक धरोहर और आज की चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि ब्राह्मण समाज को अपनी ज्ञान परंपरा, शालीनता और नेतृत्व क्षमता को संरक्षित रखते हुए समाज के अन्य वर्गों के साथ भी सहयोग एवं समन्वय बनाए रखना चाहिए।
बैठक का समापन और संकल्प
बैठक का समापन “जय परशुराम” और “जय ब्राह्मण समाज” के गगनभेदी नारों के साथ हुआ। सभी उपस्थितजनों ने एक स्वर में समाज के हित में कार्य करने, संगठन को सशक्त बनाने और युवाओं को जागरूक करने का संकल्प लिया।
यह बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इससे समाज में जागरूकता और एकता का एक नया संदेश भी गया।
जय परशुराम।
जय ब्राह्मण समाज।