जर्जर तटबंध बना खतरे की घंटी: केवलापुर के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

जर्जर तटबंध बना खतरे की घंटी: केवलापुर के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

बोले ग्रामीण— बरसात में डूब सकता है जिनवापुर, प्रशासन दे तत्काल मरम्मत का आदेश

 

महराजगंज। रोहिन नदी के किनारे बसे केवलापुर खुर्द गांव के ग्रामीणों का आक्रोश रविवार को फूट पड़ा। बरसात के मौसम में हर वर्ष आने वाली बाढ़ और नदी कटान से त्रस्त ग्रामीणों ने जर्जर तटबंध की मरम्मत और जालीदार ठोकर निर्माण की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन उनकी वर्षों पुरानी मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रहा है, जिससे उनकी जान-माल की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है।

प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने रोहिन नदी के तटबंध की दुर्दशा की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बरसात के आते ही हर वर्ष उनकी रातों की नींद उड़ जाती है। नदी के तेज बहाव के कारण अब तक दर्जनों किसानों की खेती नदी में समा चुकी है। रामनारायण, समुद्र सिंह, गोपी, पारस चौहान, केदार सिंह, गंगा सिंह, अरविंद सिंह, मुन्नीलाल, ओमप्रकाश जैसे कई किसानों की लगभग 10 एकड़ जमीन कटान की भेंट चढ़ चुकी है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते बंधे की मरम्मत नहीं कराई गई तो जिनवापुर, केवलापुर, और आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस सकता है और भारी तबाही मचा सकता है। लोगों ने बताया कि वह पहले ही सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुट गए हैं। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल अंगद चौहान, हरीश आर्य, धर्मेंद्र सिंह, गणेश चौहान, अरविंद सिंह, जगरनाथ सिंह, चंद्रिका, फूलचंद, बलिराम, राजेश, सुशील, अमरावती, प्रेमशीला, सुमित्रा, चंपा, गीता, कलेवा, लीलावती और भोलेनाथ समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

ग्रामीणों ने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है। यदि प्रशासन अब भी नहीं चेता तो वे बड़ा आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि आश्वासन से अब पेट नहीं भरता, उन्हें चाहिए ठोस कार्रवाई, ताकि उनके गांव, खेत और जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

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