महराजगंज में क्षेत्र पंचायत मिठौरा और जिला पंचायत में फर्जी फर्मों पर करोड़ों की पेमेंट, जीएसटी चोरी का बड़ा खुलासा

स्थानीय निवासी भरतमणि ने जिलाधिकारी को सौंपा शिकायती पत्र, भाजपा नेता के संरक्षण में चल रही कथित गड़बड़ियों की जांच की मांग
महराजगंज (उत्तर प्रदेश)। जनपद महराजगंज के मिठौरा विकास खंड और जिला पंचायत से जुड़ा एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है। पकड़ियार बुजुर्ग गांव निवासी भरतमणि पुत्र आद्या पटेल ने जिलाधिकारी को एक लिखित शिकायत सौंपकर आरोप लगाया है कि क्षेत्र पंचायत मिठौरा और जिला पंचायत में दो फर्जी फर्मों—”उत्तमदास इंटरप्राइजेज” और “ओमप्रकाश पटेल इंटरप्राइजेज”—के नाम पर करोड़ों रुपये का भुगतान कराया गया है, जबकि इन फर्मों का न तो कोई भौतिक कार्यालय है और न ही कोई गोदाम या सामग्री की उपलब्धता।
शिकायतकर्ता के अनुसार, दोनों फर्में सिर्फ कागजों पर संचालित हो रही हैं और इनके प्रोपराइटर आपस में पिता-पुत्र (उत्तमदास और ओमप्रकाश पटेल) हैं। वर्ष 2022-23 से लेकर 2024-25 तक इन फर्मों के माध्यम से पंचायत और जिला योजनाओं में करोड़ों रुपये का भुगतान कराया गया है। इसमें जीएसटी कर चोरी भी शामिल है जिससे सरकार को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा है।
भरतमणि ने यह भी आरोप लगाया कि ओमप्रकाश पटेल ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान भी रह चुके हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भी सरकारी योजनाओं में करोड़ों की धांधली की थी। वहीं अब भाजपा के जिला स्तर के पदाधिकारी होने के कारण, इनके खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायतें दिए जाने के बावजूद जांच या तो अधूरी की गई या फिर ऐसे कार्यों को ‘पूरा’ दिखा दिया गया, जो जमीन पर अस्तित्व में ही नहीं हैं।
शिकायतकर्ता ने अपने पत्र में मीडिया में छपी खबरों की कटिंग, बिल-बाउचर, ई-स्वराज पोर्टल से निकाले गए भुगतान प्रमाण, और फर्मों के प्रोपराइटर की शपथपत्र की प्रतियां भी संलग्न की हैं। भरतमणि ने मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी रोकी जा सके।
उन्होंने जिलाधिकारी से यह भी अनुरोध किया है कि पूर्व में की गई जांचों की भी दोबारा निष्पक्ष जांच कराई जाए ताकि सरकारी धन के दुरुपयोग और टैक्स चोरी के मामलों का पर्दाफाश हो सके।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण को कितनी प्राथमिकता से लेता है और क्या इन फर्जी फर्मों पर कार्रवाई होती है या यह मामला भी कागजों तक ही सीमित रह जाएगा।
रिपोर्ट: मनोज कुमार तिवारी महराजगंज
तिथि: 21 जुलाई 2025