आय छिपाकर बना लिया बीपीएल प्रमाण पत्र: आराधना जायसवाल पर लगा फर्जीवाड़े का आरोप

आय छिपाकर बना लिया बीपीएल प्रमाण पत्र: आराधना जायसवाल पर लगा फर्जीवाड़े का आरोप


सिसवा की रहने वाली आराधना जायसवाल पर दो मंजिला मकान और बस के मालिक होने के बावजूद फर्जी तरीके से गरीब वर्ग में नाम दर्ज कराने का आरोप, जांच व कार्रवाई की मांग।

 

सिसवा, महराजगंज।
एक ओर सरकार गरीबों को राहत देने के लिए बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी के अंतर्गत कई योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ प्रभावशाली लोग अपनी संपत्ति और आय छिपाकर इस व्यवस्था का दुरुपयोग कर रहे हैं। ताजा मामला सिसवा नगर का है, जहां की निवासी आराधना जायसवाल पत्नी स्व० दुर्गेश कुमार जायसवाल पर बीपीएल प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनवाने का आरोप लगा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आराधना जायसवाल के पास न केवल रोड पर स्थित एक दो मंजिला मकान है, बल्कि वह एक बस (वाहन संख्या – UP56-T-1756) की मालकिन भी हैं, जिससे उन्हें नियमित आय होती है। इतना ही नहीं, उनके आय के अन्य स्रोत भी मौजूद हैं, जिससे यह साफ होता है कि वे बीपीएल श्रेणी की पात्रता नहीं रखतीं।

फिर भी उन्होंने तहसील प्रशासन के कर्मचारियों—लेखपाल और कानूनगो से मिलीभगत कर अपना मासिक आय रु. 3500 दर्शाते हुए आय प्रमाण पत्र संख्या 572241008834, दिनांक 21.03.2024 को जारी करवा लिया। यह प्रमाण पत्र बीपीएल श्रेणी में सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने हेतु प्रस्तुत किया गया।

इस पूरे मामले को लेकर मनोरमा देवी पत्नी स्व. राजकुमार, निवासी जायसवाल नगर, सिसवा, ने गंभीर आपत्ति जताते हुए आईजीआरएस संदर्भ संख्या-40018725006721 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में यह आरोप लगाया गया कि आराधना जायसवाल ने पूर्व में भी आय छिपाकर प्रमाण पत्र बनवाया था और अब पुनः जांच के नाम पर वही रिपोर्ट लगवाई गई, जिसमें पुरानी आय को ही दोहराया गया।

मनोरमा देवी ने तहसील निचलौल के उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मांग की है कि आराधना जायसवाल के फर्जी आय प्रमाण पत्र की निष्पक्ष जांच कराई जाए और उसे निरस्त कर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की फर्जीवाड़ा न सिर्फ असली गरीबों के हक को मारता है, बल्कि शासन की योजनाओं की भी अवमानना करता है। यदि समय रहते ऐसे मामलों की जांच नहीं हुई तो यह प्रवृत्ति और बढ़ेगी।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और कब तक दोषियों पर कार्रवाई करता है।

(संवाददाता – पर्दाफाश न्यूज़, महराजगंज)