अष्टधातु मूर्ति चोरी और मंदिर पर कब्जे का मामला गरमाया
ग्राम पंचायत रमपुरवा में आस्था पर चोट, प्रशासन से न्याय की गुहार
महराजगंज, निचलौल: जनपद महराजगंज के निचलौल तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत रमपुरवा में ठाकुर जी महाराज मंदिर पर जबरन ताला लगाए जाने और बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्ति चोरी होने का मामला गरमा गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि हरिगोपाल चौधरी पुत्र देवी प्रसाद ने न केवल मंदिर की मूर्ति और पूजन सामग्री गायब कर दी, बल्कि मंदिर को भी जबरन बंद कर दिया है। इससे क्षेत्र में भारी रोष व्याप्त है, और ग्रामीण प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप – मंदिर की संपत्ति पर कब्जे की साजिश
गाँव के श्रद्धालु भक्तों और ठाकुर जी महाराज महान सेवा समिति के अनुसार, हरिगोपाल चौधरी ने मंदिर की अष्टधातु की बहुमूल्य मूर्ति और अन्य पूजन सामग्री चोरी कर ली। जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और मंदिर का ताला खोलने की माँग की, तो उन्होंने न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि मंदिर को अपना बताते हुए ताला खोलने से भी इंकार कर दिया।
इतना ही नहीं, ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी मंदिर के परिसर में जबरन मकान बनवाने की कोशिश कर रहा है, जिसे गाँववालों ने रोका। इसके बावजूद, वह लगातार मंदिर पर अवैध कब्जे का प्रयास कर रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
आस्था पर प्रहार, ग्रामीणों में रोष
मंदिर किसी भी समाज के लिए केवल पूजा का स्थान नहीं होता, बल्कि यह उसकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक होता है। जब कोई व्यक्ति निजी स्वार्थ के लिए मंदिर की पवित्रता को ठेस पहुँचाता है, तो यह पूरे समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ होता है।
ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर में न तो पूजा हो पा रही है और न ही ठाकुर जी की मूर्ति को उचित स्थान मिल पा रहा है। जब गाँव वालों ने मंदिर का ताला खोलने की बात की, तो आरोपी ने उन्हें धमकाया और गाली-गलौज की। इससे ग्रामीणों में भारी असंतोष है।
प्रशासन से न्याय की माँग
ग्रामवासियों और ठाकुर जी महाराज महान सेवा समिति ने उप जिलाधिकारी महोदय से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की माँग की है। उन्होंने प्रशासन से निम्नलिखित माँगें रखी हैं—
- मंदिर का ताला तुरंत खोला जाए और वहाँ नियमित पूजा-अर्चना बहाल की जाए।
- ठाकुर जी की चोरी गई अष्टधातु मूर्ति और अन्य पूजन सामग्री को वापस लाया जाए।
- मंदिर पर अवैध कब्जे की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे। स्थानीय भक्तों का कहना है कि यह मामला केवल एक मंदिर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे समाज की धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा हुआ है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आस्था को ठेस पहुँचाने वाले तत्व और अधिक सक्रिय हो सकते हैं।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करता है और क्या ठाकुर जी महाराज मंदिर की पवित्रता बहाल की जा सकेगी।