लाइनमैन नीरज सिंह की करंट से मौत, परिजनों ने शव रख किया सड़क जाम

महराजगंज में बिजली विभाग की लापरवाही से 21 वर्षीय कर्मचारी की गई जान, आक्रोशित लोगों की न्याय की मांग पर पुलिस से टकराव
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महराजगंज, 23 जुलाई 2025।
बुधवार की सुबह महराजगंज जिले में एक हृदयविदारक हादसा सामने आया, जिसमें बिजली विभाग में कार्यरत 21 वर्षीय लाइनमैन नीरज सिंह की करंट लगने से मौत हो गई। यह हादसा रुदौली भावचक गांव में हुआ जब वे बिजली मरम्मत का कार्य कर रहे थे। नीरज की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जिससे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया।
मूल रूप से सदर कोतवाली क्षेत्र के बड़हरारानी गांव निवासी नीरज सिंह, महेंद्र सिंह के पुत्र थे और बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत थे। बुधवार सुबह करीब 8 बजे उन्हें रुदौली भावचक गांव में बिजली खराबी की सूचना मिली। वे तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के अनुसार, उन्होंने लाइन को शटडाउन कर पोल पर चढ़कर मरम्मत कार्य शुरू किया। इसी दौरान बिना सूचना के अचानक बिजली आपूर्ति शुरू हो गई, जिससे नीरज को तेज करंट लगा और उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
हादसे की खबर मिलते ही परिजन और ग्रामीण जिला अस्पताल पहुंचे और मुख्य मार्ग पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग और प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि यदि बिजली सप्लाई चालू करने से पहले पोल पर चढ़े कर्मचारी से समन्वय किया गया होता, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
घटना के विरोध में लोग गुस्से में आ गए और कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस और धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस द्वारा जाम हटाने की कोशिश के दौरान हालात तनावपूर्ण हो गए। लोग तभी सड़क खाली करने को राजी हुए जब प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ जांच और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
घटना के बाद बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा लाइनमैन को बिना सुरक्षा उपकरणों और समुचित सुरक्षा मानकों के कार्य पर भेजा जाता है, जिससे आए दिन उनकी जान पर खतरा बना रहता है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को हरसंभव मदद और उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। साथ ही दोषी कर्मचारियों पर जांच के बाद कार्रवाई का वादा किया गया। प्रदर्शनकारियों की बात मानने के बाद धीरे-धीरे जाम हटाया गया और स्थिति सामान्य हुई।
इस दर्दनाक हादसे ने न सिर्फ एक युवा की जान ले ली, बल्कि बिजली विभाग की लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को भी उजागर कर दिया है। ग्रामीणों और कर्मचारियों ने मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए विभाग को सख्त दिशा-निर्देश और प्रशिक्षण सुनिश्चित करना चाहिए।