राज विलास होटल का विज्ञापन पीडब्ल्यूडी के संकेत बोर्ड पर: जिम्मेदारों की चुप्पी क्यों?
स्थानीय भाजपा विधायक के होटल का बैनर, विभागीय कार्रवाई पर सवाल
महराजगंज के मुख्य हनुमानगढ़ी चौराहे के पास लगे पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के संकेत बोर्ड पर एक होटल का विज्ञापन नजर आ रहा है, जो स्थानीय भाजपा विधायक के स्वामित्व में है। यह विज्ञापन विभागीय नियमों और सार्वजनिक स्थलों पर विज्ञापन की मनाही के बावजूद लगा हुआ है, जो प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है।
पीडब्ल्यूडी के इस बोर्ड का उद्देश्य महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों से शहरों की दूरी बताना है, लेकिन हाल के दिनों में इस पर राजनीतिक नेताओं के बैनर और विज्ञापन चस्पा किए जा रहे हैं। ताज्जुब की बात यह है कि न तो प्रशासन और न ही पीडब्ल्यूडी विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई की है। बोर्ड पर लगे इस बैनर में ‘राज विलास होटल’, जो स्थानीय भाजपा विधायक से संबंधित है, का प्रचार किया जा रहा है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर इस तरह के बैनर और विज्ञापन लगाना अवैध है और यह सार्वजनिक संपत्ति का दुरुपयोग है। बावजूद इसके, पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस पर कोई ठोस कदम उठाते नजर नहीं आ रहे। यह घटना न केवल प्रशासनिक सुस्ती को दर्शाती है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करती है कि क्या सरकारी विभागों पर राजनीतिक दबाव इतना अधिक है कि वे गलत कार्यों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह कोई नई बात नहीं है। अक्सर यहाँ बैनर और पोस्टर लगे रहते हैं, लेकिन इस बार विधायक के होटल का विज्ञापन लगा है, इसलिए कोई इसे हटाने की हिम्मत नहीं कर रहा।” इस मामले पर जब पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और मामले की जाँच का हवाला देकर बात टाल दी।
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटनाएँ सामने आई हैं। सरकारी संकेत बोर्डों पर राजनीतिक प्रचार-प्रसार करना एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है, और इससे सरकारी तंत्र की निष्क्रियता साफ झलकती है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और क्या इन अवैध बैनरों को हटाने की कार्रवाई होती है या नहीं।
समाज और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है कि सार्वजनिक स्थलों का सही और वैधानिक उपयोग सुनिश्चित करें, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।