विधायक के दबाव में फैसले का आरोप, निचलौल के एसडीएम नंदकिशोर मौर्य का हुआ तबादला
महराजगंज। कोठीभर थाना क्षेत्र के बरवां द्वारिका गांव निवासी ठाकुर अरविंद सिंह के परिवार के खिलाफ हो रही कार्रवाई अब राजनीतिक दबाव और प्रशासनिक दुरुपयोग को लेकर चर्चा का विषय बन गई है। ताज़ा प्रकरण में कोठीभर पुलिस ने अरविंद सिंह के भाई प्रमोद सिंह को शांति भंग की धाराओं में पाबंद कर एसडीएम न्यायालय निचलौल में पेश किया। आरोप है कि एसडीएम नंदकिशोर मौर्य ने स्थानीय विधायक प्रेमसागर पटेल से लंबी बातचीत के बाद प्रमोद सिंह को जेल भेजने का आदेश पारित किया।
इस निर्णय पर शासन और उच्चाधिकारियों ने गंभीर संज्ञान लिया। बताया जा रहा है कि एसडीएम मौर्य पर लंबे समय से विधायक के दबाव में आकर विवादित और मनमाने आदेश पारित करने के आरोप लगते रहे हैं। कुछ दिन पूर्व उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वे एक पत्रकार से अभद्र व्यवहार करते नजर आए थे।
इन्हीं विवादों के बीच सोमवार को जिलाधिकारी महराजगंज ने आदेश जारी कर नंदकिशोर मौर्य का तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया। आदेश पत्रांक 966/राजस्व सहायक-2025 के अनुसार अब निचलौल तहसील का कार्यभार उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ गुप्ता को सौंपा गया है। वहीं, नंदकिशोर मौर्य को डिप्टी कलेक्टर/उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी के पद पर भेजा गया है।
जिलाधिकारी के निर्देश में साफ कहा गया है कि संबंधित अधिकारी बिना विलंब अपने नए पद पर कार्यभार ग्रहण करें। इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि निचलौल में प्रशासन लगातार विधायक के इशारे पर कार्य कर रहा था, जिससे न्याय व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लग रहे थे। वहीं, उच्चाधिकारियों द्वारा की गई इस सख्त कार्रवाई को लोग प्रशासनिक शुचिता बहाल करने की दिशा में अहम कदम मान रहे हैं।