बी.एल.ओ. नियुक्ति पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने की निष्पक्षता की मांग

बी.एल.ओ. नियुक्ति पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने की निष्पक्षता की मांग

महराजगंज। मिठौरा विकास खण्ड के अंतर्गत ग्रामसभा रामपुरमीर में बी.एल.ओ. (बूथ लेवल अधिकारी) की नियुक्ति को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व बी.एल.ओ. हरिभजन खरवार के कार्यकाल में कभी किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं हुई थी, इसके बावजूद उन्हें हटाकर आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती रीमा चौहान को नया बी.एल.ओ. नियुक्त कर दिया गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि श्रीमती रीमा चौहान की नियुक्ति से निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि उनकी नियुक्ति संबंधी प्रकरण फिलहाल माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इसके अलावा उनका परिवार राजनीति से गहराई से जुड़ा हुआ है। उनके पति अनिल चौहान पूर्व में क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुके हैं और आगामी चुनाव में भी सक्रिय दावेदारी कर रहे हैं। वहीं उनके भाई अरविंद चौहान ग्राम प्रधान पद के प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। ऐसे राजनीतिक परिवार से जुड़े व्यक्ति की नियुक्ति से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

ग्रामीणों ने कहा कि बी.एल.ओ. का दायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वही मतदाता सूची से लेकर मतदान केंद्र तक की व्यवस्था की रीढ़ होते हैं। यदि इस जिम्मेदारी का निर्वहन राजनीतिक प्रभाव वाले व्यक्ति द्वारा किया जाएगा तो निष्पक्षता पर आंच आना स्वाभाविक है।

ग्रामीणों ने खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) मिठौरा से तत्काल हस्तक्षेप करने और रीमा चौहान की नियुक्ति को निरस्त कर किसी अन्य अनुभवी व निष्पक्ष संविदा कर्मचारी को बी.एल.ओ. नियुक्त करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए ग्रामीणों की यह मांग प्रशासन के सामने एक गंभीर चुनौती बन गई है।

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