महराजगंज में शिक्षक की अभद्र टिप्पणी पर बवाल

महराजगंज में शिक्षक की अभद्र टिप्पणी पर बवाल

 

निलंबन के बाद भी ब्राह्मण समाज ने की कानूनी कार्रवाई की मांग, आंदोलन की चेतावनी

 

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Pardafash news 24×7 सुर्य प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट 

परतावल ब्लॉक अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग के एक विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप “एकेडमिक इन्फो परतावल” में शिक्षक द्वारा ब्राह्मण महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद पूरे जिले में आक्रोश का माहौल बन गया है। मामला सामने आते ही न केवल शिक्षा जगत में हलचल मच गई, बल्कि समाजिक संगठनों ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।

 

सूत्रों के अनुसार, बीती रात करीब 10:33 बजे आरोपी शिक्षक ओम प्रकाश कनौजिया ने उक्त ग्रुप में अभद्र भाषा का प्रयोग किया। संदेश सामने आते ही महिला शिक्षकों समेत पूरे समूह में हड़कंप मच गया। कई शिक्षकों ने तत्काल ही इस टिप्पणी का विरोध किया और उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी।

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मामले की गंभीरता को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) रिद्धि पांडेय ने पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच भी प्रारंभ कर दी गई है। बीएसए ने कहा कि दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई होगी।

 

इस प्रकरण को लेकर महिला शिक्षकों ने गहरी नाराज़गी व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरह की हरकत से न केवल उनकी गरिमा आहत होती है बल्कि पूरे शिक्षा विभाग की छवि भी धूमिल होती है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ केवल विभागीय कार्रवाई ही नहीं बल्कि कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

 

इधर, सनातन ब्राह्मण महासभा ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए ज्ञापन सौंपा। महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि यह केवल एक समाज विशेष पर नहीं बल्कि महिलाओं की गरिमा पर सीधा प्रहार है। ज्ञापन में आरोपी शिक्षक पर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की गई है। महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होगा।

 

स्थानीय शिक्षकों का भी कहना है कि शिक्षक समाज के लिए आदर्श होते हैं और उनसे शालीन आचरण की अपेक्षा की जाती है। यदि कोई शिक्षक अभद्र भाषा का प्रयोग करता है तो यह शिक्षा जगत की साख पर कलंक है।

 

फिलहाल निलंबन की कार्रवाई तो हो गई है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या केवल यही कदम पर्याप्त है या आरोपी पर क़ानूनी शिकंजा कसना भी ज़रूरी है। ब्राह्मण समाज के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन पर दबाव बढ़ना तय माना जा रहा है।

 

👉 कुल मिलाकर, यह मामला अब सिर्फ विभागीय कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि समाजिक स्तर पर बड़ा विवाद खड़ा करने की दिशा में बढ़ रहा है।

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