प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा: सिसवा नगर पालिका ने ‘गायब’ महिला के नाम पास कर दिया आवास
शिकायतकर्ता ने उठाए गंभीर सवाल, जांच आख्या में अधिकारियों ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा

महराजगंज। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत नगर पालिका परिषद सिसवा बाज़ार में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। वार्ड नं. 24 निवासी शिकायतकर्ता इम्तियाज़ अहमद ने अधिशासी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि सुमन देवी नामक महिला ने किसी और की जमीन को अपना बताकर आवास योजना का लाभ उठा लिया।
शिकायत के आधार पर आईजीआरएस पर हुई जांच रिपोर्ट ने तो इस पूरे प्रकरण की पोल खोल दी। रिपोर्ट में लिखा गया कि स्थलीय सत्यापन में न तो सुमन देवी की सही पहचान हो पाई और न ही उनके पति का नाम दर्ज होने के कारण मामला स्पष्ट हो पाया। यहां तक कि स्थानीय लोगों से पूछताछ में भी ‘सुमन देवी’ का कोई सुराग नहीं मिला। आश्चर्य की बात यह है कि जिस जमीन पर फोटो खींचकर आवास पास कराया गया, वहां कोई निर्माण ही मौजूद नहीं है।
जांच अधिकारी ने अपनी आख्या में यह कहते हुए प्रकरण को निस्तारित कर दिया कि शिकायतकर्ता द्वारा दी गई जानकारी अपूर्ण है। जबकि योजना की वेबसाइट पर अपलोड आईडी 0309801154867581090 तस्वीर
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SI.No
29833784
Mobile App Version
2.4
Benficiary Name
Suman Devi vishwakarma
Beneficiary Led Construction
Click on the construction stages to get detai
Not Started (Geo-tagged on 2023-12-02
10:37:32.37149)
Foundation or Plinth (Geo-tagged on 2024-01-2
09:18:34.677075) में साफ तौर पर एक पुरुष राजन विश्वकर्मा और एक महिला दिखाई दे रही है, जिसके नाम से आवास स्वीकृत हुआ।
शिकायतकर्ता का कहना है कि यह पूरा मामला नगर पालिका के कर्मचारियों और लाभार्थी के बीच मिलीभगत का नतीजा है। सवाल यह है कि अगर महिला का कोई अस्तित्व ही नहीं है, तो उसके नाम पर आवास कैसे स्वीकृत हो गया? क्या कोई महिला आसमान से उतर आई, जिसे बिना पति, बिना पहचान और बिना निर्माण कार्य के ही आवास दे दिया गया?
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। यह प्रकरण प्रधानमंत्री आवास योजना की पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।