महराजगंज: विद्यालय में मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन न देने पर प्रधानाध्यापक को नोटिस, तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण

प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत मीनू का पालन न करने पर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद शिक्षा विभाग सख्त
महराजगंज, 30 सितंबर 2024: महराजगंज जिले के मिठौरा क्षेत्र स्थित नंदना टोला कंचनपुर के प्राथमिक विद्यालय में मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन न देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में वायरल हुए सोशल मीडिया वीडियो के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) महराजगंज ने प्रधानाध्यापक रणजीत कुमार को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, नंदना टोला कंचनपुर के विद्यालय में प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत बच्चों को प्रतिदिन मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन दिया जाना चाहिए था, लेकिन 28 सितंबर को मीनू के हिसाब से रोटी और दाल की जगह चावल और सब्जी दी गई। इस बात को लेकर एक अभिभावक और प्रधानाध्यापक के बीच विवाद हो गया। विवाद का वीडियो सोशल मीडिया Tiwari ji vlogs up और पर्दा फाश न्यूज पोर्टल पर वायरल हो गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया।
खंड शिक्षा अधिकारी मिठौरा द्वारा मामले की जांच की गई, जिसमें पुष्टि की गई कि न केवल मीनू का पालन नहीं किया जा रहा, बल्कि बच्चों को नियमित रूप से दूध भी नहीं वितरित किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बच्चों के पोषण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री की अति महत्वाकांक्षी योजना “प्रधानमंत्री पोषण योजना” के उद्देश्यों का सीधा उल्लंघन है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रधानाध्यापक द्वारा मीनू का पालन न करने से शासनादेशों की अवहेलना हो रही है और बच्चों के पोषण के साथ खिलवाड़ हो रहा है। रणजीत कुमार को इस मामले में अपना स्पष्टीकरण 2 दिवस के भीतर जमा करने का निर्देश दिया गया है। यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी।
इस मामले को लेकर जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है, और इसे गंभीर लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है। जिलाधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस मामले की जानकारी दी गई है। यदि स्थिति नहीं सुधरी तो संबंधित विद्यालय और प्रधानाध्यापक पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।