हाईकोर्ट की सख्ती और प्रशासन की कार्रवाई से महराजगंज में शौचालय घोटाला उजागर

हाईकोर्ट की सख्ती और प्रशासन की कार्रवाई से महराजगंज में शौचालय घोटाला उजागर

पूर्व प्रधान और सचिवों पर करोड़ों की अनियमितता का आरोप, जिलाधिकारी ने दिया एफआईआर और निलंबन का आदेश, हाईकोर्ट ने लंबित शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश

 

महराजगंज जिले में शौचालय निर्माण के नाम पर हुए बड़े घोटाले ने प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है। ग्राम पंचायत मदरहा ककटही, विकास खंड लक्ष्मीपुर में शौचालय निर्माण कार्यों में ₹26.16 लाख की वित्तीय अनियमितता सामने आई है।

14 जुलाई 2025 को जिला पंचायत राज अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को भेजे पत्र में बताया कि शिकायत पर की गई जांच में 396 लाभार्थियों में से रैंडम आधार पर 219 शौचालयों का सत्यापन किया गया। इनमें से 218 शौचालय मौके पर निर्मित ही नहीं पाए गए। केवल एक शौचालय का निर्माण मिला।

जांच रिपोर्ट में पूर्व प्रधान नजरे आलम और तत्कालीन सचिवों मिलिन्द चौधरी व संतोष कुमार को दोषी ठहराया गया। इन पर लगभग ₹26.16 लाख के दुरुपयोग का आरोप सिद्ध हुआ। आरोपितों को बार-बार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन किसी ने भी स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया। इससे यह माना गया कि आरोप सही हैं और भ्रष्टाचार में सभी संलिप्त हैं।

जांच रिपोर्ट को देखते हुए संयुक्त निदेशक अभियोजन ने विधिक राय दी कि आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और सचिवों पर अनुशासनिक कार्यवाही करने में कोई बाधा नहीं है। तत्पश्चात जिलाधिकारी महराजगंज ने तीनों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराने और सचिवों को निलंबित करने का आदेश दिया।

इसी बीच, शिकायतकर्ता विजय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया कि उन्होंने 21 अगस्त 2025 को ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की।

रिट याचिका संख्या 31800/2025 पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति प्रकाश पडिया की पीठ ने 11 सितंबर 2025 को आदेश दिया कि जिलाधिकारी महराजगंज लंबित शिकायत पर शीघ्र निर्णय लें और यदि पहले से कोई आदेश पारित हो चुका है तो उसकी जानकारी शिकायतकर्ता को तुरंत उपलब्ध कराई जाए।

इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि अब पंचायत स्तर पर हुए भ्रष्टाचार पर प्रशासन और न्यायालय दोनों गंभीर हैं। महराजगंज का यह मामला न केवल ग्रामीण विकास योजनाओं में पारदर्शिता की मांग को बल देता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि लापरवाही और भ्रष्टाचार को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

दिनांक: 26 सितम्बर 2025
स्थान: महराजगंज / इलाहाबाद

error: Content is protected !!