महराजगंज में विवादों से घिरे सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद प्रजापति का तबादला, रामपुर में हुई नई तैनाती

लगभग 12 वर्षों से महराजगंज में सेवा दे रहे नित्यानंद प्रजापति का शासकीय कार्यहित में रामपुर तबादला, विवादों का रहा पुराना नाता
महराजगंज, उत्तर प्रदेश। पंचायतीराज विभाग के सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी (प्राविधिक) नित्यानंद प्रजापति, जो पिछले 12 वर्षों से महराजगंज में सेवा दे रहे थे, को अब रामपुर जिले में स्थानांतरित कर दिया गया है। निदेशक पंचायतीराज कार्यालय, लखनऊ द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह तबादला शासकीय कार्यहित में किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायतीराज विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार, श्री नित्यानंद प्रजापति को तत्काल रामपुर में अपनी नई तैनाती पर योगदान करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह निर्णय शासन के पत्र संख्या आई./783318/2024-33-1099/348/2024 दिनांक 29 अक्टूबर 2024 के अनुसार लिया गया है।
लंबी सेवा का अंत, नए स्थान पर नई जिम्मेदारी
महराजगंज में नित्यानंद प्रजापति का कार्यकाल काफी लंबा रहा है, जो लगभग 12 वर्षों तक चला। इस दौरान उन्होंने कई योजनाओं और विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी तैनाती के दौरान महराजगंज में कई पंचायती योजनाओं और ग्राम विकास योजनाओं को लागू करने का कार्य भी उनके निर्देशन में हुआ। हालाँकि, इस लंबी सेवा में कई बार उनका विवादों से भी सामना हुआ, जो उन्हें कार्यकाल के अंतिम वर्षों में काफी चर्चित बनाए रहा।
विवादों से रहा पुराना नाता
नित्यानंद प्रजापति का नाम कई विवादों से जुड़ा रहा है। महराजगंज में उनकी तैनाती के दौरान कुछ आरोप भी लगे कि कई विकास कार्यों में अनियमितताएं पाई गईं। पंचायती राज विभाग में उनकी भूमिका को लेकर भी कई बार सवाल उठाए गए। कुछ गांवों में योजनाओं के सही तरीके से क्रियान्वयन न होने पर शिकायतें भी सामने आईं।
इन विवादों के कारण उनका नाम अक्सर चर्चाओं में रहा। कुछ लोगों का मानना है कि ये विवाद केवल आरोपों तक ही सीमित थे और प्रजापति ने अपने कार्यकाल में पूरी ईमानदारी के साथ कार्य किया। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि उनके कार्य करने की शैली में कुछ ऐसे निर्णय शामिल रहे हैं जो उनके ऊपर लगे आरोपों को मजबूती प्रदान करते हैं।
नए स्थान पर नई शुरुआत
रामपुर में नित्यानंद प्रजापति की तैनाती उनके लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखी जा रही है। महराजगंज में जहाँ विवादों का साया उनके साथ था, वहीं रामपुर में उन्हें इस छवि को सुधारने का मौका मिलेगा। प्रजापति के समर्थक मानते हैं कि उनके पास अनुभव का एक बड़ा भंडार है, जिसे वह रामपुर के विकास में लगा सकते हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों ने दी प्रतिक्रिया
प्रशासनिक अधिकारियों ने इस स्थानांतरण को सामान्य प्रक्रिया बताया है। उनके अनुसार, पंचायतीराज विभाग में प्रशासनिक आवश्यकताओं और कार्यहित को ध्यान में रखते हुए तबादला करना एक नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है। महराजगंज के जिलाधिकारी का कहना है कि यह स्थानांतरण बिना किसी बाहरी दबाव के, केवल विभागीय प्रक्रिया के अनुसार किया गया है।
वहीं, महराजगंज के मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि प्रजापति का तबादला एक संतुलित निर्णय है और इससे जिले के विकास कार्यों में नई ऊर्जा आएगी। उनका मानना है कि उनकी रिक्ति के बाद आने वाले अधिकारी को महराजगंज में चल रही विकास योजनाओं को नये सिरे से संचालित करने का मौका मिलेगा।
नया अधिकारी, नई उम्मीदें
रामपुर के लोगों के लिए नित्यानंद प्रजापति की नई तैनाती एक नई उम्मीद के रूप में देखी जा रही है। उनके पास ग्राम विकास और पंचायती योजनाओं का अच्छा अनुभव है, जिससे रामपुर के पंचायती व्यवस्था में सुधार और विकास को गति मिलने की उम्मीद की जा रही है।
रामपुर के जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय ने भी प्रजापति का स्वागत करते हुए उनके अनुभव को जिले के विकास में लाभकारी बताया है। इसके साथ ही, उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द अपने नए कार्यालय में योगदान करें और जिले की विकास योजनाओं का जायजा लें।
निष्कर्ष
नित्यानंद प्रजापति का महराजगंज से रामपुर तबादला एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया हो सकता है, लेकिन उनकी लंबी सेवा और विवादों में घिरा हुआ कार्यकाल उन्हें हमेशा चर्चित बनाता रहा। रामपुर में अब उनकी नई तैनाती उनके लिए न केवल नए अवसर लाएगी, बल्कि उन्हें एक नई छवि बनाने का मौका भी देगी। महराजगंज में रहकर उन्होंने जो अनुभव हासिल किया, वह उन्हें रामपुर में अपने दायित्वों को सफलतापूर्वक निभाने में सहायक होगा।
(अटल कुमार राय, निदेशक, पंचायतीराज) के हस्ताक्षर द्वारा जारी किया गया आदेश, इस बात को भी दर्शाता है कि प्रजापति को अब एक नई शुरुआत करने का अवसर मिला है। प्रशासनिक आदेश में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि श्री प्रजापति को तत्काल अपनी नई तैनाती स्थल पर योगदान देना है।)