सीसीटीवी बंद कराकर यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल कराने का आरोप

आरटीआई कार्यकर्ता जावेद अहमद खान ने अपर मुख्य सचिव को सौंपी शिकायत

महराजगंज। यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। आरटीआई कार्यकर्ता जावेद अहमद खान ने श्री बजरंगी सिंह इंटर कॉलेज, घुघली, महराजगंज में परीक्षा के दौरान 40 से 45 मिनट तक सीसीटीवी कैमरे बंद कराकर नकल कराए जाने की शिकायत की है। उन्होंने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा, श्री दीपक कुमार से मौखिक वार्ता के बाद लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई है।
सीसीटीवी फुटेज की जाँच और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
श्री जावेद अहमद खान ने अपनी शिकायत में मांग की है कि परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जाए और इसमें संलिप्त पाए जाने वाले जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) श्री प्रदीप कुमार शर्मा एवं संबंधित लिपिक श्री हरि चौरसिया पर कार्रवाई की जाए। उनका आरोप है कि यह नकल सुनियोजित ढंग से कराई गई और इसके लिए परीक्षा कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरों को जानबूझकर बंद किया गया था।
उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया
शिकायतकर्ता ने बताया कि इस मामले की मौखिक शिकायत पहले ही जिलाधिकारी महराजगंज, आयुक्त गोरखपुर मंडल, महानिदेशक स्कूल शिक्षा सहित शिक्षा विभाग के अन्य उच्चाधिकारियों से की जा चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा में नकल को रोकने के लिए सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, जो शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं।
शिक्षा व्यवस्था की साख पर सवाल
प्रदेश सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं में सख्ती के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी अनिवार्य की थी, लेकिन यदि परीक्षा केंद्रों पर कैमरे ही बंद कर दिए जाएं तो नकल पर रोक लगाने की व्यवस्था विफल हो जाती है। जावेद अहमद खान का कहना है कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जाँच नहीं हुई और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आगे भी उच्च न्यायालय तक जाने के लिए तैयार हैं।
प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
यह मामला न केवल परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर मिलीभगत से नकल को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है और क्या दोषियों पर कोई ठोस कदम उठाया जाता है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।