सुहागरात पर मौत का सौदा: ‘खुशी तिवारी’ निकली शाहिदा बानो, प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या

सुहागरात पर मौत का सौदा: ‘खुशी तिवारी’ निकली शाहिदा बानो, प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या

जबलपुर के इंद्र कुमार तिवारी की हत्या की सनसनीखेज साजिश, वायरल वीडियो से शुरू हुई प्रेम-जाल और धोखे की खौफनाक कहानी

जबलपुर, 30 जून 2025।
एक वायरल वीडियो से शुरू हुई एकतरफा सहानुभूति कब खूनी जाल बन गई, किसी ने नहीं सोचा था। जबलपुर के 45 वर्षीय इंद्र कुमार तिवारी, जिनकी अब तक शादी नहीं हुई थी, ने एक धार्मिक कथा मंच से अपनी पीड़ा साझा की। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी यही व्यथा उन्हें मौत के मुंह तक ले जाएगी।

यह पूरा मामला तब सामने आया जब सुहागरात के कुछ घंटों के भीतर ही इंद्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या या हार्ट अटैक का मामला लग रहा था, लेकिन जैसे-जैसे परतें खुलती गईं, पुलिस भी हैरान रह गई।

धार्मिक कथा से शुरू हुई साजिश

कुछ महीने पहले जबलपुर में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की कथा हो रही थी। उसी दौरान इंद्र कुमार तिवारी ने मंच से कहा था कि वह 45 साल के हो चुके हैं, उनके पास 18 बीघा जमीन है लेकिन शादी नहीं हो पा रही। उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि उनका वंश कैसे आगे बढ़ेगा।

इसी कथा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और 600 किलोमीटर दूर गोरखपुर में बैठी एक महिला शाहिदा बानो ने इसे देखा। शाहिदा, जो पहले से ही अपने प्रेमी कौशल कुमार के साथ रिश्ते में थी, ने एक खतरनाक प्लान बनाया। उसने धर्म परिवर्तन कर ‘खुशी तिवारी’ नाम रख लिया और इंद्र से संपर्क किया।

धोखे से शादी और फिर कत्ल

कुछ ही महीनों में दोनों की शादी हो गई। शादी में खुशी ने खुद को एक परित्यक्ता महिला बताया और अपने परिवार से संबंध टूटने की बात कही। इंद्र, जो पहले ही भावुक स्थिति में थे, ने कोई ज्यादा सवाल नहीं किया और शादी के लिए राजी हो गए।

शादी की पहली ही रात जब सब लोग खुशी और इंद्र को कमरे में अकेला छोड़ गए, तभी खुशी के इशारे पर उसका प्रेमी कौशल कुमार पीछे के दरवाज़े से कमरे में घुसा। प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया है कि इंद्र को पहले नशीला पदार्थ दिया गया और फिर तकिए से मुंह दबाकर मार डाला गया।

जमीन हथियाने की थी साजिश

पुलिस की पूछताछ में खुशी उर्फ शाहिदा ने कबूल किया कि इंद्र की 18 बीघा जमीन ही उनकी हत्या की असली वजह थी। प्लान यह था कि शादी के बाद इंद्र की मौत को प्राकृतिक बताकर जमीन की वारिस बनकर उस पर कब्जा कर लिया जाए।

प्रेमी भी था फर्जी नाम से

चौंकाने वाली बात यह भी है कि खुशी का प्रेमी कौशल कुमार भी फर्जी नाम का इस्तेमाल कर रहा था। जांच में पता चला कि उसका असली नाम “कासिम अली” है, और वह पहले से ही कई ठगी और फर्जीवाड़े के मामलों में वांछित था।

पुलिस कर रही गहन जांच

जबलपुर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या, धोखाधड़ी, षड्यंत्र सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि कहीं और भी ऐसे ही मामलों को अंजाम देने की तैयारी तो नहीं थी।

 

इस सनसनीखेज मामले ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सोशल मीडिया पर भावनाएं व्यक्त करना कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है।