विद्यालय विलय प्रक्रिया से शिक्षकों में रोष, 8 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरने की चेतावनी

विद्यालय विलय प्रक्रिया से शिक्षकों में रोष, 8 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरने की चेतावनी

गरीब बच्चों के अधिकारों का हनन बताया, विधायक प्रतिनिधि को सौंपा गया विरोध पत्र

रतनपुर (महराजगंज), 3 जुलाई 2025
नौतनवां ब्लॉक क्षेत्र में चल रही विद्यालय विलय प्रक्रिया को लेकर प्राथमिक शिक्षकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों, शिक्षामित्रों, रसोइयों और अनुदेशकों ने रतनपुर स्थित बीआरसी कार्यालय पहुंचकर नौतनवां विधायक ऋषि त्रिपाठी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन विधायक प्रतिनिधि चंद्रप्रकाश मिश्रा को सौंपा गया।

इस मौके पर संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राघवेन्द्र नाथ पाण्डेय के नेतृत्व में शिक्षकों ने विद्यालय विलय प्रक्रिया को गरीब और दूरस्थ क्षेत्र के छात्रों के मौलिक अधिकारों पर कुठाराघात बताया। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में 50 से कम नामांकन है, उन्हें अन्य विद्यालयों में समायोजित करने का जो निर्णय लिया गया है, वह शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करेगा।

ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया कि कई विद्यालय ऐसे इलाकों में स्थित हैं, जहां बच्चों के लिए दूसरे विद्यालय तक पहुंचना कठिन और असुरक्षित होगा। इससे छात्र संख्या में और गिरावट आने की आशंका है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्रधानाध्यापक नहीं हैं, जिससे संचालन पहले से ही प्रभावित है, और अब विलय के फैसले से हालात और बदतर होंगे।

संघ ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो 8 जुलाई को जनपद मुख्यालय पर बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइया शामिल होंगे।

इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी हेमंत कुमार मिश्रा भी मौजूद रहे, जिन्होंने शिक्षकों की बातों को गंभीरता से सुना और उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से शिक्षक संघ के पदाधिकारी, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, रसोइये और शिक्षामित्र शामिल रहे।

सभी ने एक स्वर में विद्यालय विलय प्रक्रिया को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि यह निर्णय शिक्षा के अधिकार अधिनियम के विपरीत है और गरीब बच्चों की पहुंच से शिक्षा को दूर करेगा।