सिन्दूरिया थाने में एंटी करप्शन टीम ने दर्ज कराई मुकदमा की बड़ी कार्यवाही, रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए लेखपाल
10000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया लेखपाल, जिले भर के लेखपालों ने दायित्व से विरत रहने का किया ऐलान
—
महराजगंज (उत्तर प्रदेश), 04 अक्टूबर 2024: आज महराजगंज जिले में एंटी करप्शन टीम द्वारा की गई एक बड़ी कार्यवाही के दौरान तहसील निचलौल के राजस्व लेखपाल मुन्ना लाल यादव को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। इस घटना के बाद जिले भर के लेखपालों ने विरोध स्वरूप अपने दायित्वों से विरत रहने का ऐलान किया है, जिससे जिले में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर हुई कार्यवाही
शिकायतकर्ता रामसनेही निषाद, जो महराजगंज के ग्राम चनकौली के निवासी हैं, ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि लेखपाल मुन्ना लाल यादव ने उनके भूमि के सीमांकन की रिपोर्ट लगाने के एवज में उनसे 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस शिकायत के बाद, एंटी करप्शन टीम ने शिकायत की सत्यता की जांच की और योजना बनाकर लेखपाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई।
तहसील परिसर में हुई गिरफ्तारी
एंटी करप्शन टीम ने आज तहसील निचलौल परिसर में अपनी योजना के तहत लेखपाल मुन्ना लाल यादव को रिश्वत की रकम लेते हुए गिरफ्तार किया। इस कार्यवाही के दौरान, एक प्राइवेट व्यक्ति, अनिल कसौधन, जो कि सिधावे गाँव का निवासी है, भी इस मामले में शामिल पाया गया और उसे भी गिरफ्तार किया गया। यह पूरी कार्यवाही लोक सेवकों की उपस्थिति में संपन्न हुई, जिससे भ्रष्टाचार की गतिविधियों पर सख्त नकेल कसने की कोशिश की गई है।
कानूनी कार्यवाही जारी
एंटी करप्शन टीम ने मुन्ना लाल यादव और अनिल कसौधन के खिलाफ सिंदुरिया थाने में धारा 7, 7A, 12, और 13 (1)ख सपठित धारा 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 के तहत मामला पंजीकृत किया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है, और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
लेखपालों का विरोध
गिरफ्तारी के बाद जिले भर के लेखपालों ने इस कार्यवाही का विरोध करते हुए अपने दायित्वों से विरत रहने का ऐलान किया है। लेखपालों का कहना है कि एंटी करप्शन टीम की कार्यवाही उचित नहीं थी और इससे उनके कामकाज पर असर पड़ रहा है। इस ऐलान से जिले में प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो सकते हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां लेखपालों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
यह कार्यवाही एक स्पष्ट संकेत है कि सरकार और एंटी करप्शन एजेंसियां भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही हैं। सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई इस कार्रवाई को समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मामले की जांच जारी है, और एंटी करप्शन टीम के अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि दोषियों को सख्त सजा मिले। यह कार्यवाही भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है, जो भविष्य में ऐसे मामलों पर कड़ा नियंत्रण सुनिश्चित करेगी।