ग्राम प्रधान द्वारा अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप: ग्रामीणों ने की जांच की मांग

ग्राम गुरली रमगढ़वा में विकास कार्यों में धांधली, फर्जी मजदूरों के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग, आवास लाभार्थियों से अवैध उगाही का आरोप
महराजगंज जनपद के निचलौल ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम गुरली रमगढ़वा के निवासियों ने अपने ग्राम प्रधान रामचन्दर पर गंभीर आरोप लगाते हुए अनियमितता और भ्रष्टाचार के खिलाफ खण्ड विकास अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्यों में भारी धांधली की जा रही है और फर्जी मजदूरों के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। साथ ही आवास योजना के लाभार्थियों से अवैध उगाही के मामले भी सामने आए हैं, जिसके कारण पात्र लाभार्थी अपने आवास को पूर्ण करने में असमर्थ हैं।
धन उगाही और फर्जी मस्ट्रोल का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधान रामचन्दर ने आवास योजना के अंतर्गत लाभार्थियों से पैसे की मांग की है। आरोप है कि जिन लाभार्थियों को सरकार से आवास निर्माण के लिए सहायता मिलनी थी, उनसे अवैध तरीके से धन की उगाही की गई, जिससे वे अपना आवास समय पर पूरा नहीं कर पाए। यह भी बताया गया कि प्रधान द्वारा मस्ट्रोल (मजदूरी सूची) में फर्जी नाम जोड़कर मजदूरी दिखाने और सरकारी धन का गलत इस्तेमाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
विकास कार्यों में धांधली
ग्राम सभा के विकास कार्यों में भी प्रधान पर अनियमितता के आरोप लगे हैं। ग्रामीणों ने दावा किया कि विद्यालय की चहारदीवारी के निर्माण में मानकों का पालन नहीं किया गया और घटिया सामग्री का उपयोग किया गया। इसके साथ ही, स्वच्छता के लिए जरूरी नाली निर्माण भी अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे ग्राम में गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। गांव में कई ऐसे कार्य भी दिखाए गए हैं, जो वास्तव में पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन उनके नाम पर सरकारी धन की निकासी कर ली गई है।
ग्रामीणों में नाराजगी
ग्राम सभा के लोगों में प्रधान की कार्यप्रणाली को लेकर काफी नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों में इस तरह की धांधली और भ्रष्टाचार के कारण ग्राम सभा का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषी प्रधान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि ग्राम सभा में पारदर्शी तरीके से विकास कार्य किए जा सकें।
जांच की मांग
ग्रामीणों ने खण्ड विकास अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें ग्राम प्रधान की कार्यप्रणाली की विस्तृत जांच की मांग की गई है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम सभा में किए जा रहे सभी विकास कार्यों की जांच की जाए और फर्जी मस्ट्रोल व अवैध धन उगाही के मामलों को गंभीरता से लिया जाए। ग्रामीणों ने यह भी आग्रह किया कि जांच के बाद दोषी पाए जाने पर प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि ग्राम सभा के विकास में बाधा न हो और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके।
ग्रामवासियों की इस शिकायत के बाद अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और क्या ग्राम प्रधान के खिलाफ आरोपों की जांच होती है या नहीं।