न्याय के लिए भटकती विधवा, पुलिस की लापरवाही से हत्या का मामला अधर में

कोर्ट के आदेश के बावजूद सात साल से FIR दर्ज नहीं, पीड़िता को धमकी देकर चुप कराने की कोशिश
महाराजगंज। न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रही एक विधवा महिला को न तो स्थानीय पुलिस से राहत मिल रही है और न ही प्रशासन उसकी गुहार सुन रहा है। मामला जनपद महाराजगंज के कोठीभार थाना क्षेत्र का है, जहां एक महिला सुमित्रा देवी पिछले सात वर्षों से अपने पति की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश कर रही है, लेकिन पुलिस टालमटोल कर रही है।
पीड़िता सुमित्रा देवी के अनुसार, गांव की ही एक महिला जिउती देवी ने उसके पति रामललित की फर्जी पत्नी बनकर खेत की रजिस्ट्री करा ली और फिर 29 सितंबर 2016 को अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। जब स्थानीय पुलिस ने मामले को नजरअंदाज किया, तो सुमित्रा देवी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, महाराजगंज ने 22 फरवरी 2017 को थाना कोठीभार को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया, लेकिन सात साल बीत जाने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
सुमित्रा देवी का कहना है कि वह लगातार थाना कोठीभार के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन हर बार किसी न किसी बहाने से उन्हें टाल दिया जाता है। अब तो आरोपी पक्ष खुलेआम धमकियां देने लगे हैं कि अगर उन्होंने मुकदमा वापस नहीं लिया, तो उनकी भी हत्या कर दी जाएगी। आरोपियों ने दावा किया है कि उन्होंने स्थानीय पुलिस को मैनेज कर लिया है और एफआईआर दर्ज नहीं होने देंगे।
इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। न्यायालय के आदेश की अवहेलना करना गंभीर मामला है, और अगर पीड़िता की शिकायत सही है, तो यह साफ दिखाता है कि पुलिस आरोपियों को बचाने का काम कर रही है।
सुमित्रा देवी ने अब पुलिस अधीक्षक, महाराजगंज से गुहार लगाई है कि मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने थाना प्रभारी कोठीभार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अगर जल्द ही न्याय नहीं मिला, तो यह मामला पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करेगा। अब देखना यह होगा कि पुलिस अधीक्षक इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हैं या नहीं।