खाद्यान्न घोटाला: ईओडब्ल्यू ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख मुन्ना सिंह को किया गिरफ्तार

खाद्यान्न घोटाला: ईओडब्ल्यू ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख मुन्ना सिंह को किया गिरफ्तार

 

2002-05 के दौरान पंदह ब्लॉक में 60 लाख रुपये से अधिक की गड़बड़ी, फर्जी मस्टर रोल और अधूरे कार्यों का आरोप

बलिया संवाददाता( सुर्य प्रकाश तिवारी)

जिले में वर्ष 2002 से 2005 के बीच संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत हुए खाद्यान्न घोटाले में पंदह ब्लॉक के पूर्व प्रमुख मुन्ना सिंह उर्फ सुग्रीव सिंह को शनिवार को आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) वाराणसी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी पकड़ी थाना क्षेत्र के सरया गांव से की गई, जहां आरोपी लंबे समय से निवास कर रहा था।

 

इस मामले की जांच लंबे समय से ईओडब्ल्यू वाराणसी कर रही थी। निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर इस घोटाले से जुड़े अभियुक्तों की तलाश की जा रही थी। मुन्ना सिंह पर आरोप है कि उसने अन्य सहअभियुक्तों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से करीब 60 लाख रुपये से अधिक की सरकारी धनराशि का गबन किया।

 

यह घोटाला संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के अंतर्गत हुए कार्यों से जुड़ा है, जिसमें मिट्टी कार्य, नाली निर्माण, खड़ंजा मरम्मत, संपर्क मार्ग, सीसी रोड और पुलिया निर्माण जैसी परियोजनाएं शामिल थीं। जांच में पाया गया कि यह कार्य न तो मानकों के अनुसार हुए और न ही पूर्ण किए गए। कई जगहों पर कार्य केवल कागजों पर दर्शाए गए जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं था।

 

इतना ही नहीं, मजदूरों के लिए भेजे गए खाद्यान्न का वितरण भी नहीं किया गया। आरोपियों द्वारा फर्जी मस्टर रोल तैयार किए गए और मजदूरों की हाजिरी दिखाकर पैसा हड़प लिया गया।

 

गिरफ्तारी के बाद मुन्ना सिंह को विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, वाराणसी में पेश किया जाएगा। टीम में निरीक्षक अरविंद कुमार, निरीक्षक दूधनाथ यादव, मुख्य आरक्षी प्रिंस तिवारी, रोहित सिंह और अरविंद सरोज शामिल रहे।

 

यह कार्रवाई जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी पहल मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। ईओडब्ल्यू की टीम अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।