गोसदन मधवलिया के निरीक्षण पर पहुंचे जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, आत्मनिर्भर गोसदन की दिशा में दिए महत्वपूर्ण निर्देश

गोसदन मधवलिया के निरीक्षण पर पहुंचे जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, आत्मनिर्भर गोसदन की दिशा में दिए महत्वपूर्ण निर्देश

वर्मी कंपोस्ट और गोकाष्ट निर्माण की सराहना, सौर ऊर्जा और हरे चारे के उत्पादन को बढ़ावा देने पर दिया जोर

महराजगंज। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने शनिवार को गोसदन मधवलिया का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गोशेड, गोकाष्ट निर्माण, वर्मी कंपोस्ट निर्माण कार्य की गहन समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोसदन को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जाएं ताकि यह न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सके बल्कि आय का स्रोत भी बन सके।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने परिसर में नियमित सफाई सुनिश्चित कराने के साथ ही समय-समय पर विशेष सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गोवंशों की देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गोवंशों को साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।

जिलाधिकारी ने गोसदन परिसर में स्थित विद्युत ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा आधारित ट्यूबवेल से बदलने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में भी जलापूर्ति बनी रहेगी और बिजली के खर्च में भी बचत होगी। उन्होंने गोसदन की भूमि पर सोलर प्लांट लगाने की कार्ययोजना तैयार करने का भी निर्देश दिया।

गोसदन में चल रहे वर्मी कंपोस्ट और गोकाष्ट निर्माण कार्य की भी उन्होंने समीक्षा की। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) डॉ. हौसला प्रसाद ने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूह की मदद से अब तक कुल 143 कुंतल गोकाष्ट का निर्माण किया गया है, जिसमें से 93 कुंतल की बिक्री ₹500 प्रति कुंतल की दर से की गई है। इससे गोसदन को ₹9300 की आय हुई है, जबकि समूह को ₹37200 की आमदनी हुई है। वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन भी अब तक 550 कुंतल हो चुका है।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गोसदन में उत्पादित सामग्री को बेहतर बाजार उपलब्ध कराया जाए ताकि इसकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने हरे चारे की उपलब्धता पर भी बल दिया और कहा कि गोसदन की भूमि पर हरे चारे का उत्पादन बढ़ाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने रेंजर मधवलिया को निर्देशित किया कि गोसदन की भूमि पर बांस का रोपण कराया जाए, जिससे अतिरिक्त आमदनी हो सके।

निरीक्षण से पूर्व जिलाधिकारी ने गोसदन परिसर में स्थित शिव मंदिर में पूजन-अर्चन किया और पीपल का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने गोवंशों को गुड़ और केला खिलाकर संवेदनशीलता का परिचय दिया।

निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी निचलौल नंद प्रकाश मौर्या, सीवीओ डॉ. हौसला प्रसाद, बीडीओ निचलौल शमा सिंह, तहसीलदार अमित सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में सभी संबंधित अधिकारियों से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गोवंश संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और गोआश्रयों को आदर्श रूप में विकसित करें।