बुधई हत्याकांड: संपत्ति विवाद में भाई बना भाई का कातिल, मुख्य आरोपी वकील समेत तीन आरोपी भेजे गए जेल

बुधई हत्याकांड: संपत्ति विवाद में भाई बना भाई का कातिल, मुख्य आरोपी वकील समेत तीन आरोपी भेजे गए जेल


कटहरा गांव में पसरा मातम, पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी, तीन आरोपी अब भी फरार

बागापार, महराजगंज।
सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के कटहरा गांव में संपत्ति विवाद को लेकर हुए बुधई हत्याकांड में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी वकील समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस हत्याकांड ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। ग्रामीणों के बीच भय और शोक का माहौल है, जबकि पीड़ित परिवार न्याय की आस लगाए बैठा है।

घटना मंगलवार रात की है, जब दो सगे भाइयों के बीच मां की संपत्ति के बंटवारे को लेकर कहासुनी खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। छोटे भाई वकील ने अपने बेटों, पत्नी, भांजे और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर बड़े भाई बुधई पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में बुधई की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बुधई को बचाने पहुंचे उनके बेटे अमरजीत और रामआशीष भी हमलावरों की पिटाई से गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मृतक के बेटे रामआशीष की तहरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने वकील, उसकी पत्नी रीमा, बेटों आकाश और गोलू, भांजा अमित और उसके जीजा के खिलाफ हत्या, मारपीट और साजिश की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।

मुख्य आरोपी वकील को पुलिस ने बुधवार को बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया, जो कहीं भागने की फिराक में था। वहीं गुरुवार की सुबह जिला अस्पताल से आरोपी रीमा और भांजा अमित को भी गिरफ्तार कर लिया गया। प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय ने बताया कि मुकदमे में नामजद छह आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। बाकी आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।

पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक तरफ गांव के लोग हत्याकांड को लेकर शोक में डूबे हैं, वहीं दूसरी तरफ पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। घटना के बाद पूरे गांव में तनाव का माहौल है, लेकिन एहतियातन पुलिस की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

पुलिस अधीक्षक द्वारा इस केस को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम को निर्देश दिए गए हैं कि शेष फरार अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। वहीं, पीड़ित परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि पारिवारिक विवाद किस हद तक भयावह रूप ले सकता है। संपत्ति के लिए अपनों का खून बहाना सामाजिक विघटन का संकेत है, जिस पर समाज और शासन दोनों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।