देवरिया में सनातन ब्राह्मण महा संस्था की उत्तर प्रदेश इकाई का पदाधिकारी समागम संपन्न

प्रभु परशुराम की पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ, संगठन के पदाधिकारियों ने समाज में ब्राह्मण समाज की भूमिका पर किया मंथन
देवरिया, 6 अक्टूबर: सनातन ब्राह्मण महा संस्था की उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा आयोजित पदाधिकारी समागम का आयोजन आज देवरिया जनपद में विधिवत रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष पंडित नर्वदेश्वर शुक्ल द्वारा प्रभु परशुराम की पूजा-अर्चना और माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महत्वपूर्ण पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने समाज के उत्थान और ब्राह्मण समाज की सशक्त भूमिका पर विचार-विमर्श किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आराध्य प्रभु परशुराम की पूजा-अर्चना रही, जिससे सभी उपस्थित ब्राह्मण जनों ने प्रभु से समाज की उन्नति और प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा। संस्थापक अध्यक्ष पंडित नर्वदेश्वर शुक्ल ने सभी पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए संगठन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सनातन ब्राह्मण महा संस्था का उद्देश्य न केवल ब्राह्मण समाज को संगठित करना है, बल्कि समाज में नैतिकता, शिक्षा और धर्म के प्रसार को बढ़ावा देना भी है।
राष्ट्रीय महामंत्री पंडित सच्चिदानंद पांडेय ने अपने संबोधन में ब्राह्मण समाज की ऐतिहासिक भूमिका और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज ने हमेशा से ही समाज में नैतिकता और धार्मिकता के आदर्श स्थापित किए हैं, और आज के समय में भी यह समाज को दिशा दिखाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने सभी ब्राह्मणों से एकजुट होकर समाज के विकास में सहयोग करने का आह्वान किया।
उत्तर प्रदेश महामंत्री पंडित अभिषेक त्रिपाठी ने ब्राह्मण समाज की वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में ब्राह्मणों को अपनी शिक्षा, संस्कृति और धर्म के प्रति सजग रहना चाहिए। उन्होंने समाज के युवाओं को संगठित करने और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देने की आवश्यकता पर बल दिया।
समन्वयक पंडित उमेश त्रिपाठी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा से ही ज्ञान और वैदिक परंपराओं का संरक्षक रहा है, और आज के युग में भी हमें इन परंपराओं को जीवित रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को संगठित होकर समाज में अपनी पहचान को और भी सशक्त बनाना होगा।
संरक्षक आलोक त्रिपाठी ने ब्राह्मण समाज की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि आज के समय में हमें अपने समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हम संगठित रहेंगे तो किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने में सक्षम होंगे।
जिलाध्यक्ष देवरिया पंडित हरिओम पांडेय ने स्थानीय ब्राह्मण समाज की सक्रियता और भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देवरिया जिले में ब्राह्मण समाज हमेशा से ही सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है, और आगे भी इसी तरह से समाज के हित में कार्य करता रहेगा।
संगठन मंत्री रघुवंश मिश्र और महामंत्री पंडित अर्जुन पांडेय ने भी अपने-अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सनातन ब्राह्मण महा संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज में ब्राह्मणों की गरिमा और सम्मान को बनाए रखना है। इसके साथ ही, वे समाज के अन्य वर्गों के साथ मिलकर एक समृद्ध और समरस समाज का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उपाध्यक्ष पंडित अरुण तिवारी ने कहा कि हमें अपने बच्चों को संस्कार और शिक्षा के महत्व से अवगत कराना चाहिए ताकि वे भविष्य में ब्राह्मण समाज की धरोहर को सहेज सकें और समाज में अपनी सशक्त भूमिका निभा सकें।
प्रदेश मीडिया प्रभारी अरविंद उपाध्याय ने कार्यक्रम का समापन करते हुए सभी पदाधिकारियों और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के समागम ब्राह्मण समाज को संगठित करने और समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करते हैं।
इस समागम के सफल आयोजन से यह स्पष्ट हो गया कि ब्राह्मण समाज न केवल अपने धार्मिक और सांस्कृतिक उत्तरदायित्वों को समझता है, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।