सिसवा बाजार में खेल अकादमी और निचलौल को नगर पालिका बनाए जाने की मांग

सिसवा बाजार में खेल अकादमी और निचलौल को नगर पालिका बनाए जाने की मांग

भाजपा नेता प्रेम सागर पटेल ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र, विकास कार्यों में तेजी की अपील

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उत्तर प्रदेश के सिसवा बाजार और निचलौल क्षेत्र के विकास को लेकर भाजपा नेता प्रेम सागर पटेल ने राज्य के मुख्यमंत्री को दो महत्वपूर्ण पत्र भेजे हैं। उन्होंने दोनों क्षेत्रों में विकास की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए त्वरित कार्यवाही की अपील की है।

सिसवा बाजार में खेल अकादमी की मांग
प्रेम सागर पटेल के पत्र में सिसवा बाजार में राजकीय खेल अकादमी की स्थापना का मुद्दा उठाया गया है। उन्होंने लिखा है कि सिसवा बाजार एक उभरता हुआ व्यापारिक और कृषि क्षेत्र है, लेकिन यहां के युवाओं को खेल में आगे बढ़ने के लिए लखनऊ और दिल्ली जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि स्थानीय युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए सिसवा बाजार में एक आधुनिक खेल अकादमी की स्थापना की जाए। यह कदम न केवल युवाओं के भविष्य को संवारने में मददगार होगा, बल्कि क्षेत्रीय प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहन देगा।

निचलौल को नगर पालिका का दर्जा देने की अपील
दूसरे पत्र में प्रेम सागर पटेल ने निचलौल को नगर पंचायत से नगर पालिका में परिवर्तित करने की मांग की है। उनका कहना है कि निचलौल भारत-नेपाल सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और तहसील मुख्यालय होने के बावजूद इसे अभी तक नगर पालिका का दर्जा नहीं दिया गया है।

 

उन्होंने कहा कि जनहित में निचलौल को नगर पालिका का दर्जा मिलना बेहद आवश्यक है। इससे क्षेत्र का विकास तेजी से होगा और नागरिक सुविधाओं में भी सुधार आएगा। नगर पालिका बनने से आधारभूत संरचनाओं का विकास, रोजगार के अवसर, और बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।

मुख्यमंत्री से त्वरित आदेश की अपील
प्रेम सागर पटेल ने दोनों पत्रों के माध्यम से मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इन दोनों मांगों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि खेल अकादमी की स्थापना और निचलौल का नगर पालिका में रूपांतरण, दोनों ही कदम क्षेत्र के समग्र विकास को गति देंगे और स्थानीय लोगों की बहुप्रतीक्षित मांगों को पूरा करेंगे।

 

स्थानीय जनता को विकास की उम्मीद
भाजपा नेता की इस पहल से स्थानीय जनता में उम्मीद की लहर दौड़ गई है। लोग आशा कर रहे हैं कि सरकार इन प्रस्तावों पर शीघ्र निर्णय लेगी और क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी।

इस तरह के कदम न केवल सरकार की विकासोन्मुखी सोच को प्रदर्शित करेंगे, बल्कि प्रदेश के सीमावर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों को भी मुख्यधारा में लाने में मददगार साबित होंगे।