ग्राम पंचायत मथनियाँ में इंटरलॉकिंग कार्य में धांधली

⇐ग्राम पंचायत मथनियाँ में इंटरलॉकिंग कार्य में धांधली

मानक विहीन निर्माण, घटिया ईंट और मिट्टी का उपयोग

मथनियाँ, सिसवा: ग्राम पंचायत मथनियाँ में दक्षिण टोला पर मुख्य सड़क से लेकर सोहित के घर तक किए जा रहे इंटरलॉकिंग कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ देखने को मिल रही हैं। ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

घटिया निर्माण सामग्री से भविष्य में समस्याएँ तय

ग्रामीणों के अनुसार, इस इंटरलॉकिंग कार्य में थर्ड ग्रेड की ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कमजोर और जल्दी टूटने वाली हैं। इसके अलावा, मानकों के अनुसार सिल्ट या बालू का प्रयोग किया जाना चाहिए था, लेकिन उसकी जगह मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है। इससे इंटरलॉकिंग की मजबूती पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के निम्न स्तर के निर्माण से सड़क कुछ ही महीनों में खराब हो जाएगी, जिससे भविष्य में आवागमन में दिक्कतें होंगी।

ग्रामवासियों ने जताया विरोध, जांच की मांग

ग्राम पंचायत के जागरूक नागरिकों ने इस अनियमितता को लेकर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों ने बताया कि इस कार्य के लिए सरकारी फंड आवंटित किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य में धांधली कर जनता के पैसों की बंदरबांट की जा रही है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने घटिया सामग्री का विरोध किया, तो ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया।

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

ग्रामवासियों ने प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से इस कार्य की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सुधारने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल

ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि और अधिकारी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। जनता का आरोप है कि इस पूरे मामले में कहीं न कहीं ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी की मिलीभगत हो सकती है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में भ्रष्टाचार के ऐसे और भी मामले सामने आ सकते हैं।

सरकारी योजनाओं का हो रहा दुरुपयोग

सरकार द्वारा गाँवों के विकास के लिए योजनाएँ चलाई जा रही हैं, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के चलते जनता को उनका सही लाभ नहीं मिल पा रहा है। यदि इस मामले की सही तरीके से जाँच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए, तो भविष्य में इस तरह की धांधलियों को रोका जा सकता है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस मामले को संज्ञान में लेकर आवश्यक कदम उठाएगा।