महराजगंज में ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला, लाखों रुपए की हुई हेराफेरी
फर्जी बिल और अनियमितताओं के जरिए सरकारी धन का गबन करने का आरोप, जांच की मांग
महराजगंज जिले के ग्राम पंचायत सेमरा में ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार गुप्त उर्फ संतोष गुप्त और ग्राम पंचायत अधिकारी पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इन दोनों ने शासन की योजनाओं का गलत तरीके से फायदा उठाते हुए लाखों रुपये का गबन किया है। आरोप है कि उन्होंने पंचम वित्त, स्वच्छता सामग्री, पन्द्रहवां वित्त, स्ट्रीट लाइट स्थापना, सीसीटीवी कैमरा और अन्य विकास कार्यों के नाम पर फर्जी बिल प्रस्तुत कर सरकारी धन का गबन किया।
आरोप पत्र में कहा गया है कि ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी ने शासन से मिले लाखों रुपये के विकास कार्यों के लिए भुगतान किया, लेकिन ये सभी भुगतान फर्जी तरीके से हुए। ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी ने पंचम वित्त, पन्द्रहवां वित्त, स्वच्छता सामग्री, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी कैमरा, नाली मरम्मत, पंचायत भवन मरम्मत, तथा अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार किया और इन कार्यों के लिए फर्जी भुगतान किया।
इससे भी अधिक गंभीर आरोप यह है कि शिलाफलम् निर्माण कार्य के लिए ‘मनरेगा’ और ‘राजवित्त’ दोनों मदों से भुगतान किया गया। हालांकि, शिलाफलम् का भुगतान केवल ‘मनरेगा’ से ही किया जाता है, लेकिन इन दोनों ने सरकारी नियमों की अनदेखी करते हुए, दोनों मदों से भुगतान कर गबन किया। इसके अलावा, नाली मरम्मत, विद्यालय मरम्मत, और दिव्यांग शौचालय निर्माण जैसे कार्यों में भी घोर अनियमितताएँ पाई गईं हैं।
ग्राम पंचायत सेमरा में हुए इन वित्तीय घोटालों में भारी धनराशि का गबन किया गया है, जो ग्राम पंचायत के विकास के लिए मिलने वाले सरकारी धन को नष्ट करने के समान है। इस मामले में स्थानीय लोगों और संबंधित अधिकारियों से जांच की मांग की जा रही है।
स्थानीय निवासी रामाज्ञा पुत्र चिन्नू ने इस मामले की जांच कराए जाने की अपील की है। उनका कहना है कि इन कार्यों में भ्रष्टाचार और अनियमितताएँ स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं। उन्होंने उपरोक्त मुद्दों की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग की है और सरकारी धन की वसूली किए जाने की भी अपील की है।
वहीं, आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्होंने प्रशासन से एफआईआर दर्ज करने और दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। यह मामला अब प्रशासन की निगाहों में है, और जल्द ही मामले की जांच की उम्मीद जताई जा रही है।
ग्राम पंचायत सेमरा के विकास कार्यों में हुई इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए जिले के विभिन्न अधिकारियों को इसकी जांच सौंप दी जाएगी। अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो इसमें शामिल सभी जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।